जिले में नहीं दिखेगा जवाद चक्रवात का असर, चार डिग्री तक गिर सकता है पारा

छह दिसंबर को चार डिग्री तक गिर सकता है पारा पांच व छह दिसंबर को बारिश के बाद मौस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:21 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:21 PM (IST)
जिले में नहीं दिखेगा जवाद चक्रवात का असर, चार डिग्री तक गिर सकता है पारा
जिले में नहीं दिखेगा जवाद चक्रवात का असर, चार डिग्री तक गिर सकता है पारा

छह दिसंबर को चार डिग्री तक गिर सकता है पारा पांच व छह दिसंबर को बारिश के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इसका खास असर छह दिसंबर को दिखेगा। मौसम का अधिकतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकरता है। तिथि : बारिश : अधिकतम तापमान : न्यूनतम तापमान : हवा 04 दिसंबर : शून्य : 28 : 18 : 08

05 दिसंबर : एक एमएम : 27.5 : 18 : 10

06 दिसंबर : एक एमएम : 24 : 15 : 08

07 दिसंबर : शून्य : 27.1 : 16 : 08

08 दिसंबर : शून्य : 28.2 : 16 : 08

कोट तूफान का खास असर जिले के किसी भी भाग में देखने को नहीं मिलेगा। संभावना है कि तूफान के कारण पांच व छह दिसंबर को बूंदाबांदी होगी। अगर अधिक बारिश हुई तो संभावना है कि रबी फसल खासकर गेहूं व राई की बोआई पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। अभी रबी फसल की बोआई के लिए खेत पूरी तरह से तैयार हो गया है। खेतों में रबी फसल की बोआई के लिए उपयुक्त नमी तथा तापमान भी मौजूद है। अधिक बारिश होने से मिट्टी की नमी बढ़ जाएगी और बोआई भी समय पर नहीं हो सकेगी। -डा. मिथिलेश कुमार राय

वैज्ञानिक, केविके, मधेपुरा

जवाद को लेकर जिले में कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस दौरान न तो अधिक बारिश होगी और न ही तेज हवा चलेगी। लिहाजा लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। -नीरज कुमार

एसडीओ, सदर मधेपुरा

जिले में तूफान का असर नहीं देखने को मिलेगा। विभाग ने इससे संबंधित कोई निर्देश जारी नहीं किया है। लिहाजा बिजली अन्य दिनों की तरह नियमित व सुचारू रूप से आपूर्ति की जाएगी। -अमित कुमार,

कार्यपालक अभियंता, बिजली विभाग, मधेपुरा

जिले में यास ने मचाई थी तबाही 23 मई 21 को आए तूफान का खासा असर जिले के विभिन्न भागों में देखने को मिला था। इस दौरान तेज हवा के साथ बारिश भी हुई थी। बारिश से फसल को काफी नुकसान हुआ था। सैकड़ों किसानों के खेतों में लगे हजारों हैक्टेयर फसल बर्बाद हो गया था। सरकार ने फसल क्षति को लेकर किसानों के खातों में सीधे करोड़ों रूपए अनुदान के रूप में भेजा था। -राजन बालन, डीएओ, मधेपुरा

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