बारिश से किसानों के सपनों पर फेरा पानी
संवाद सूत्र बिहारीगंज (मधेपुरा) मौसम की मार ने अन्नदाताओं की खुशहाली पर ग्रहण लगा दिया
संवाद सूत्र, बिहारीगंज (मधेपुरा) : मौसम की मार ने अन्नदाताओं की खुशहाली पर ग्रहण लगा दिया है। किसान अपने खेतों में धान की लहलहाती फसल देखकर कई तरह के सपने संजोए हुए थे, लेकिन पिछले दिनों अचानक आई बेमौसम बारिश व तेज हवा ने सारे सपने तोड़ कर रख दिया। लगातार बारिश की वजह से अधिकांश खेतों में लगे जमीन पर गिरने से पानी में डूब गए थे। इसमें अधिकतर धान की फसल पक चुकी थी। कई हिस्सों में कटनी के बाद खेतों में सूखने के लिए रखी गई थी व कटाई की तैयारी कर ली गई थी, जो लगातार हुई बारिश की वजह से बर्बाद हो गई है। अभी भी निचले हिस्से के खेतों में पानी भरा हुआ है, जहां धान कटनी कराने में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन धान की फसल पके रहने की वजह से कटाई कराना पड़ रहा है। किसान शैलेंद्र यादव, हीरालाल मेहता, राधे साह, संजीव भगत, राजो महतो, संजय झा, सुशील यादव, प्रमोद मेहता, चंदन मेहता, रामजी मेहता, तपेंद्र मेहता आदि का कहना है कि पानी में डूबने के कारण धान खराब हो रहा था। उसे मजदूर भी कटनी को तैयार नहीं थे। धान के दाने खराब होने के बावजूद मजदूरों को अधिक मजदूरी देकर धान की कटाई कराना पड़ रहा है। धान का फसल भींगा रहने के कारण दौनी नहीं होने की स्थिति में सुखाने के लिए सड़कों पर या खुले स्थलों पर बिछाकर रख रहे हैं। जहां वाहन वगैरह चलने से नुकसान हो रहा है। लेकिन अगली रबी की खेती करने चिता सता रही है। इस गंभीर स्थिति में किसानों ने सरकारी स्तर मुआवजा की मांग किया है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी उमेश प्रसाद का कहना है कि किसानों को असमय बारिश के कारण हुई नुकसान की सूचना वरीय पदाधिकारी को दी गई है।