एनएसएस का है गौरवशाली इतिहास : डा. अमोल राय

संवाद सूत्र सिंहेश्वर (मधेपुरा) एनएसएस का उद्देश्य युवाओं को किताब की सैद्धांतिक बातों से इतर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:02 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:02 PM (IST)
एनएसएस का है गौरवशाली इतिहास : डा. अमोल राय
एनएसएस का है गौरवशाली इतिहास : डा. अमोल राय

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : एनएसएस का उद्देश्य युवाओं को किताब की सैद्धांतिक बातों से इतर, व्यावहारिक जीवन की सच्चाइयों से रूबरू कराना है। यह बात एनएसएस के पूर्व कार्यक्रम समन्वयक सह पूर्व सीसीडीसी डा. अमोल राय ने कही। वे रविवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन विश्वविद्यालय में एनएसएस : इतिहास व उपब्धियां विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा उर्जा के स्रोत होते हैं और वे ही परिवर्तन के असली वाहक भी होते हैं। विश्व का इतिहास ऐसे अनेकानेक युवाओं की गौरव गाथाओं से अटपटा है। आधुनिक काल में हमारे देश में जन्मे ऐसे ही युवाहृदय सम्राट स्वामी विवेकानंद का आदर्श चरित्र एनएसएस का प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने बताया कि प्राचीन भारत में भी कई युवाओं ने अद्वितीय कार्य किया है। गंगा को स्वर्ग से उतारकर धरती पर लाने वाले भगीरथ व अपने पिता हिरणाकश्यप के अत्याचारों का अंत कराने वाले प्रह्लाद को कौन नहीं जानता है। वनवासी राम ने युवावस्था में ही महारथी लंकेश रावण के पापों का अंत किया और यदुवंशी युवा कृष्ण ने देवताओं के राजा इंद्र के अहंकार को चकनाचूर कर दिया।

इस अवसर पर पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी सह पूर्व कुलसचिव डा. कपिलदेव प्रसाद ने कहा कि एनएसएस हमें दूसरों के लिए जीना सीखाता है। इसके ध्येय वाक्य मैं नहीं, आप को हमें जीवन में उतारने की जरूरत है। सिडिकेट सदस्य डा. जवाहर पासवान ने कहा कि युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने आपको सामाजिक सरोकारों से जोड़ें और इस संदर्भ में विवेकानंद, महात्मा गांधी व डा. अंबेडर जैसे महापुरुषों के जीवन से सीख लें। क्रीड़ा विभाग के उपसचिव डा शंकर कुमार मिश्र ने एनएसएस के उद्देश्यों व कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, पोषण व आपदा-प्रबंधन आदि एनएसएस के मुख्य कार्यक्षेत्र है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डा. केपी यादव ने बताया कि यह शिविर युवाओं के लिए एक अवसर है। इसके माध्यम से युवाओं को जीवन के विविध आयामों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिविरार्थियों द्वारा शिविर स्थल वार्ड संख्या तीन में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और विभिन्न घरों में स्वास्थ्य संबंधी सर्वेक्षण किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी डा. सुधांशु शेखर ने बताया कि सोमवार को विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर व अकादमिक निदेशक डा. एमआइ रहमान युवाओं का मनोविज्ञान विषय पर व्याख्यान देंगे और वे शिविरार्थियों को सर्वेक्षण की विधियों से भी परिचित कराएंगे। सभी शिविरार्थियों का इस सत्र में भाग लेना अनिवार्य है। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत एनसीसी आफिसर लेफ्टिनेंट गुड्डू कुमार व धन्यवाद ज्ञापन केपी कालेज, मुरलीगंज के डा. अमरेंद्र कुमार ने किया। कार्यक्रम के पूर्व सभी स्वयंसेवकों ने एक-दूसरे के बारे में विशेष परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता डा. अशोक कुमार, शोधार्थी द्वय सारंग तनय व सौरभ कुमार चौहान, बायोटेक विभाग के प्रणव कुमार, ज्योति कुमारी, मिटू कुमारी, ऋतु राज, मनीषा कुमारी, क्रांति लता, नित्यानंद कुमार, ज्योतिष कुमार, सतीश कुमार, सुभाष कुमार, उज्ज्वल कुमार, यादव, नीरज यादव, सुमन कुमार, अंकित कुमार, रौशन कुमार, गौरव कुमार, संयम भारद्वाज आलोक कुमार, विजयकृष्ण भारती, नंदन कुमार, अभिमन्यू कुमार, राजा कुमार, राजेश कुमार, प्रभाष कुमार, आशीष कुमार, प्रिस कुमार, हिमांशु कुमार, सौरभ कुमार, नीशु कुमारी, सूरज प्रताप आदि उपस्थित थे।

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