पंचायत सरकार भवन में लगा रहता है ताला, ग्रामीणों को होती है परेशानी
मधेपुरा। पंचायत के लोगों को अपने घर में विभिन्न समस्याओं के समाधान सहित सभी प्रकार के सरक
मधेपुरा। पंचायत के लोगों को अपने घर में विभिन्न समस्याओं के समाधान सहित सभी प्रकार के सरकारी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया है, लेकिन सरकारी उदासीनता से ग्रामीणों को पंचायत सरकार भवन में मुखिया व सरपंच के जरिए उनके किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। विभिन्न विभागीय पदाधिकारी सहित कर्मियों के लगातार अनुपस्थित रहने से पंचायत सरकार भवन में ताला लटक रहा है। इससे विभिन्न पंचायतों के ग्रामीणों के बीच काफी आक्रोश व्याप्त है।
प्रखंड क्षेत्र की नौ पंचायतों में से कुरसंडी, सपरदह, औराय, नरदह, गणेशपुर, बंशगोपाल व दुर्गापुर पंचायत में पंचायत सरकार भवन का वर्षों पूर्व सरकारी स्तर से निर्माण कराया गया है। पुरैनी व मकदमपुर पंचायत में जमीन के अभाव में वहां अबतक पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं कराया जा सका है, लेकिन जिस उद्देश्य से सरकार करोड़ों रुपये की राशि खर्च कर पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया है वह स्थानीय प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही से कहीं भी ग्रामीणों को उसका समुचित लाभ नही मिल पा रहा है। प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश पंचायत सरकार भवन में पंचायत के लोगों का कोई काम नही हो पा रहा है। जबकि सरकार की मंशा है कि पंचायत भवन में ग्राम सभा से लेकर पंचायत से संबंधित सभी विभागीय कार्यों का निपटारा स-समय हो सके।
आरटीपीएस कर्मी का है अभाव
प्रखंड क्षेत्र की नौ पंचायतों में से सात पंचायतों में बने पंचायत सरकार भवन में सरकारी निर्देशानुसार लाखों रुपये की लागत से उपस्कर, फर्नीचर, कंप्यूटर आदि की सुविधा प्रदान कर दी गई। इतना ही नहीं सातों पंचायत सरकार भवन में आरटीपीएस काउंटर का भी शुभारंभ कर दिया गया है। लेकिन सरकारी उदासीनता से पंचायत राज व्यवस्था के तहत पंचायत के लोगों का कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है। आरटीपीएस कर्मी के अभाव में किसी भी पंचायत सरकार भवन में आरटीपीएस का लाभ ग्रामीणों को स-समय नहीं मिल पा रहा है। कोट फिलहाल प्रखंड से लेकर पंचायत कर्मी को पंचायत चुनाव कार्य में लगाया गया है। सभी विभागीय पदाधिकारी भी चुनाव कार्य में लगे हैं।चुनाव समाप्ति के उपरांत सभी पंचायत सरकार भवन में हर सुविधा बहाल कर दी जाएगी। -अरूण कुमार सिंह, बीडीओ