सामुदायिक रसोई में नहीं हो रहा था शारीरिक दूरी का पालन, प्रतिनियुक्त शिक्षक थे नदारद

मधेपुरा। लॉकडाउन में गरीबों व निसहाय को परेशानी न हो इसके लिए बिहारीगंज में सामुदायिक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 05:40 PM (IST)
सामुदायिक रसोई में नहीं हो रहा था शारीरिक दूरी का पालन, प्रतिनियुक्त शिक्षक थे नदारद
सामुदायिक रसोई में नहीं हो रहा था शारीरिक दूरी का पालन, प्रतिनियुक्त शिक्षक थे नदारद

मधेपुरा। लॉकडाउन में गरीबों व निसहाय को परेशानी न हो इसके लिए बिहारीगंज में सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है। मंगलवार को रसोई में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा था। ऐसे में संक्रमण बढ़ सकता है।

भोजन के लिए अपना नाम लिखवाने को काउंटर पर लोगों की भीड़ लगी थी। वहां शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। दोपहर 12 बजे केंद्र पर पका-पकाया भोजन लाया गया। उसके बाद सभी को भोजन कराया गया।

मालूम हो कि सरकारी स्तर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिहारीगंज में सामुदायिक रसोई शुरू की गई है। 105 गरीब व असहाय लोगों को दोपहर का भोजन कराया गया। सामुदायिक रसोई मे प्रतिनियुक्त शिक्षक राजीव कुमार व पंकज कुमार भारतीय उपस्थित नहीं थे। अंचल कार्यालय लिपिक सावन कुमार ने बताया कि दोनों शिक्षकों से मोबाइल पर संपर्क करने पर राजीव कुमार ने बीमार रहने की बात कही। वहीं, पंकज कुमार भारतीय ने पिता व पुत्री के बीमारी का हवाला दिया। अंचलाधिकारी नागेश कुमार मेहता ने बताया कि दोनों शिक्षकों द्वारा किसी प्रकार की लिखित सूचना नहीं दी गई है। शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय स्तर से कार्रवाई की प्रक्रिया की जाएगी।

काम के अभाव में गरीबों को थी भोजन की समस्या

लॉकडाउन में काम बंद होने से गरीबों को भोजन की समस्या हो गई थी। सामुदायिक रसोई के कारण इन्हें फायदा मिल रहा है। लोगों को चावल, दाल, सब्जी आलू- कद्दू मिक्स, सलाद और नमक मिर्च परोसा गया था। भोजन करने वालों में हथिऔंधा निवासी शीतल राम, बीबी नाजनीन, विलक्षण राम, दुलारी देवी बिहारीगंज निवासी सकलवती देवी, चमेली देवी, बीरन देवी, बमबम साह आदि ने बताया कि भोजन ठीक-ठाक मिल रहा है। भोजन के अलावा सुबह में नाश्ता की भी व्यवस्था होनी चाहिए।

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