लॉकडाउन में भी प्रशासन के निर्देश का नहीं हो रहा पालन

मधेपुरा। कोरोना काल में लॉकडाउन के तीसरे दिन शुक्रवार को बाजार खुलते ही लोगों की भी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:53 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:53 PM (IST)
लॉकडाउन में भी प्रशासन के निर्देश का नहीं हो रहा पालन
लॉकडाउन में भी प्रशासन के निर्देश का नहीं हो रहा पालन

मधेपुरा। कोरोना काल में लॉकडाउन के तीसरे दिन शुक्रवार को बाजार खुलते ही लोगों की भीड़ बढ़ गई। किसी भी दुकान पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। लोगों की भीड़ देखने से लग रहा था कि यही स्थिति रही तो कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि 11 बजे दिन के बाद लोगों की भीड़ घटने लगी। बाजार में सुबह से 11 बजे दिन तक कहीं भी प्रशासनिक अधिकारी नजर नहीं आए। जिस वजह से लॉकडाउन के नियमों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन हो रहा है। वहीं, प्रतिबंधित दुकान भी चोरी- छुपे खोली जा रही हैं। शादी-विवाह और रमजान को लेकर कपड़े की दुकान, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक व इलेक्ट्रिक दुकानों में चोरी-छिपे खरीदारों की भीड़ लगी रहती है। प्रतिबंधित दुकानदार दुकान के बाहर कुर्सी लगाकर बैठे रहते हैं।लॉकडाउन के प्रथम दिन प्रशासन की सख्ती पर बाजार में लॉकडाउन का पालन नजर आया था। प्रशासन को उम्मीद थी कि दुकानदार लॉकडाउन गाइडलाइन का अनुपालन करेंगे, लेकिन बाजार में गाइडलाइन का निर्देश टूटता नजर आ रहा है।

इस बाबत अंचलाधिकारी नागेश कुमार मेहता ने बताया कि किराना दुकान और सब्जी हाट लगने से लोगों की भीड़ लगती है। दुकानदारों को गाइडलाइन के बारे में जानकारी दी गई है। गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है। इसके बावजूद कुछ प्रतिबंधित दुकानदार द्वारा पिछले दरवाजे से सामान बेचने की सूचना मिल रही है। वैसे दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई करने की प्रक्रिया की जा रही है।

जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध कराया रक्त

मधेपुरा। कोरोना काल में भी सामाजिक कार्य में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाने वाले श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को रक्त उपलब्ध करा रहा है।

मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल ने बताया कि शुक्रवार को तीन मरीजों को तीन यूनिट रक्त उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि परवीना खातून पति मु. समसुल आलम सहरसा निवासी को रक्त उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। परवीना खातून जिदगी और मौत से जूझ रही थी। तब स्वजनों ने मिशन के रक्त प्रबंधक सागर यादव से मदद की अपील की। सागर ने पूरी जानकारी लेने के बाद इंटरनेट मीडिया पर रक्तदाता की तलाश शुरू कर दी। जैसे ही योगेश कुमार को मालूम हुआ तुरंत ही अपनी सहमति देकर रक्तदान कर मरीज की जान बचाई। वहीं, रंजू देवी पति विजेंद्र भगत बगबियानी शंकरपूर निवासी जिसे आठ यूनिट बी पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता थी। परिवार वाले द्वारा रक्त का प्रबंध नहीं हो पा रहा था। तब मिशन के रक्त प्रबंधक सागर यादव द्वारा रक्तदाता की तलाश शुरू कर दी। संजय साह मीरगंज निवासी को मालूम हुआ महिला की तकलीफ सुनकर सदर अस्पताल मधेपुरा पहुंचकर रक्तदान किया। तीसरा युनिट रक्त कोरोना से पीड़ित मंजु गुप्ता को एक यूनिट ए पॉजिटिव रक्त मिशन के डोनर कार्ड से उपलब्ध कराया गया।

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