निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए लिया जा रहा तकनीक का सहारा

मधेपुरा । पूर्व में हुए पंचायत चुनाव से इस बार कई मायनों में भिन्न है। इस बार पंचायत चुनाव को

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:27 PM (IST)
निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए लिया जा रहा तकनीक का सहारा
निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए लिया जा रहा तकनीक का सहारा

मधेपुरा । पूर्व में हुए पंचायत चुनाव से इस बार कई मायनों में भिन्न है। इस बार पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशी व समर्थक इंटरनेट मीडिया का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर प्रचार-प्रसार को लेकर एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची है। बीते विधान सभा चुनाव की तर्ज पर पंचायत चुनाव लड़ने में जुटे प्रत्याशी इंटरनेट साइट को भी प्रचार-प्रसार का एक अभिन्न अंग बना रखा है। इतना ही नही प्रत्याशी के समर्थक भी इसमें पीछे नहीं है। कभी-कभी प्रत्याशी जनता से फेसबुक, व्हाट्सएप आदि पर लाइव होकर सवाल-जवाब करने में भी अपनी भूमिका बढ़-चढ़कर निभा रहे हैं। प्रत्याशी व समर्थक अपनी खूबियों को गिनाने के साथ जनता से वादें तो करते ही है साथ ही जनसंपर्क का फोटो भी शेयर करने से नही चूक रहे हैं। वैसे इस वार का पंचायत चुनाव बेहद खास भी है। मतदाता मतदान केंद्र पर दो तरीके से वोट कर गांव की सरकार के लिए प्रतिनिधियों का चयन करेंगे। खासकर इस मायने में कि इस बार सूबे में परंपरागत तरीके से हटकर पंचायत चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन का भी प्रयोग किया जा रहा है। अबकी चुनाव में पहली बार मतदाता जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य व वार्ड सदस्यों का चयन ईवीएम से करेंगे। जबकि सरपंच व ग्राम कचहरी पंच के लिए परंपरागत तरीके यानी बैलेट पेपर से मतदान कराया जाएगा। इस तरह के मतदान को लेकर मतदाताओं में भी काफी उत्सुकता बनी है। वहीं राज्य निर्वाचन आयोग बोगस वोटिग को लेकर भी काफी संवेदनशील है। निष्पक्ष मतदान के लिए इस बार कई नए तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है। सभी मतदान केंद्रों पर वोटरों के सत्यापन के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम का भी प्रयोग किया जा रहा है। ताकि एक मतदाता दूसरे जगह या फिर दोबारा मतदान नहीं कर सके।

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