प्रखंड क्षेत्र की कई पंचायतों में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

मधेपुरा। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रखंड क्षेत्र की सभी नौ पंचायतों में 265 पदों के ि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 05:37 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 05:37 PM (IST)
प्रखंड क्षेत्र की कई पंचायतों में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
प्रखंड क्षेत्र की कई पंचायतों में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

मधेपुरा। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रखंड क्षेत्र की सभी नौ पंचायतों में 265 पदों के लिए दसवें चरण में आठ दिसंबर को मतदान होना है। इन सभी पदों में खासकर मुखिया व वार्ड सदस्य पद के लिए सबसे ज्यादा मारामारी देखी जा रही है। कुछ पंचायतों में मुखिया पद के लिए एक दर्जन से अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में भाग्य आजमाने के लिए चुनावी ताल ठोंक रहे हैं।

मालूम हो कि पिछले दो चरण के चुनाव में परिवर्तन की आंधी में ज्यादातर निवर्तमान प्रतिनिधि को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में प्रखंड क्षेत्र के निवर्तमान प्रतिनिधि क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए दिन-रात एक कर दिए हैं। प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी भी अपनी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में मुखिया पद के लिए संभावित नए प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है। कुछ ऐसे पंचायत भी है जहां पूर्व मुखिया व निवर्तमान मुखिया के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना दीख रही है। ऐसे में इस बार कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसके लिए संभावित दिग्गज प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है। क्षेत्र के कई ऐसे भी पंचायत हैं जहां दो पुराने प्रतिद्वंदी के बीच युवा चेहरा भी अपना भाग्य आजमाने में लगे हुए हैं। युवा प्रत्याशी खुद को बेहतर बताने के लिए पंचायत के लोगों को पूर्व के प्रतिनिधियों के कामों की कमियों को लोगों के सामने रखकर खुद को एक बार मौका देने की बात कह रहे हैं। वहीं कई ऐसे प्रत्याशी जो मतदाताओं से पांच साल दूर रहकर चुनाव के समय अपना किस्मत आजमाने में लगे हैं। ऐसे प्रत्याशी पंचायत को आदर्श बनाने की बात मतदाताओं को कहने में लगे हैं। वैसे प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने को लेकर मतदाताओं को गांव में तरह-तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के तरीके बताने में मशगूल है। कई पंचायतों में त्रिकोणीय मुकाबले के हैं आसार प्रखंड क्षेत्र की कई पंचायतों में मुखिया पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। कई पंचायतों में मतदाता दो खेमों के बजाय तीन खेमों में बंटता हुआ दिखाई दे रहा है। लिहाजा वैसे पंचायतों में नए चेहरे के बाजी मारने की संभावना बढ़ गई है। कई ऐसे भी पंचायत हैं जहां निवर्तमान मुखिया की अच्छी पकड़ बनी हुई है। कई पंचायतों के निवर्तमान मुखिया अपनी जीत को सुनिश्चित बताने में लगे हैं। कई पंचायतों में दो बार मुखिया रह चुके प्रत्याशी इस बार हैट्रिक मारने की फिराक में है। आठ दिसंबर को मतदान के बाद सेहरा किसके सर बंधेगा यह तो मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा।

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