जनप्रतिनिधियों की सक्रियता का आकलन करने में जुटे हैं मतदाता

मधेपुरा । पुरैनी प्रखंड क्षेत्र के नौ पंचायतों में दसवें चरण में आठ दिसंबर को होने वाले पंचा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:37 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:37 PM (IST)
जनप्रतिनिधियों की सक्रियता का आकलन करने में जुटे हैं मतदाता
जनप्रतिनिधियों की सक्रियता का आकलन करने में जुटे हैं मतदाता

मधेपुरा । पुरैनी प्रखंड क्षेत्र के नौ पंचायतों में दसवें चरण में आठ दिसंबर को होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गई है। संभावित प्रत्याशी जहां मतदाताओं का दरवाजा खटखटा रहे हैं। वहीं मतदाता प्रत्याशियों को हर कसौटी पर कस कर तौलने में लगे है। मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के चौक-चौराहों पर मतदाताओं के बीच नए व पुराने प्रत्याशियों को लेकर बहस छिड़ी हुई है। निवर्तमान प्रतिनिधियों का आकलन उनके काम के आधार पर मतदाता कर रहे हैं। पंचायत में सरकारी स्तर से मिलने वाले योजनाओं की राशि को कैसे खर्च किया, लोगों के बीच रहकर किसने अपनी सक्रियता दिखाई, आम लोगों के लिए क्या-क्या किया, यह बहस का मुख्य मुद्दा है। सभी पंचायतों के चौक-चौराहों व चाय की दुकानों पर फिलहाल पंचायत चुनाव की चर्चा जोर पकड़ ली है। प्रखंड क्षेत्र के नयाटोला बस स्टैंड चौक, नरदह हाट परिसर, योगीराज बस स्टैंड चौक, पुरैनी-डुमरैल बस स्टैंड चौक, सहनी चौक, अखाड़ा चौक, अंबेडकर चौक, बजरंगबली चौक मकदमपुर, बंशगोपाल चौक, कड़ामा बस स्टैंड चौक सहित विभिन्न चौक-चौराहों पर कमोवेश सरकार की तरफ से पंचायतों में आनेवाली योजनाओं को धरातल पर उतारने में निवर्तमान जनप्रतिनिधियों की सक्रियता का आकलन करने में फिलहाल मतदाता जुटे हैं। इसके अलावा सामाजिक समीकरण भी चुनाव में वोट का प्रमुख आधार हो सकता है। बहरहाल पुरैनी प्रखंड के सभी नौ पंचायतों में हो रहे चुनावी चर्चा से यह साफ है कि विभिन्न मुद्दों पर प्रत्याशियों को परखने के बाद ही मतदाता अपना मत किसी को देंगे। मतदाताओं का रूख देखकर नहीं लगता है कि इस बार वह आसानी से किसी की ताल पर नाच जाएंगे। जनता के पास भी मुद्दे हैं। समस्याओं का पिटारा भी है। मतदाता फिलहाल उम्मीद जगाते चेहरे को ठोक बजाकर परखने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं।

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