हर किसी की मदद करने को आतुर दिख रहे हैं संभावित प्रत्याशी
मधेपुरा । पंचायत चुनाव को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के ग्रामीण इलाकों की आबो-हव
मधेपुरा । पंचायत चुनाव को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के ग्रामीण इलाकों की आबो-हवा समय के साथ बदलने लगी है। पंचायत चुनाव को लेकर इन दिनों संभावित प्रत्याशियों के आचार व्यवहार से चारों ओर इंसानियत का जज्बा अचानक हर शख्श के मन में हिलोरें मारता नजर आने लगा है। किसी भी तरह की समस्या व जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों के पास खुद व खुद कई मददगार सामने आ खड़े होते हैं। ऐसे संभावित प्रत्याशियों के चेहरे पर हर तरह से मदद करने की व्याग्रता स्पष्ट रूप से झलकती है।
मालूम हो कि इन दिनों किसी को नकद रकम की जरूरत हो या कोई सामग्री चाहिए। मददगार बिना कोई संकोच व देरी किए झट से जरूरत पूरी करने पर उतारू दिख रहे हैं। यह मददगार कोई और नहीं पंचायत चुनाव में भाग्य अजमाने वाले संभावित प्रत्याशी हैं। वैसे प्रत्याशी धीरे-धीरे मतदाताओं पर डोरा डालना शुरू कर दिया है। प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव की तारीख मुकर्रर हो चुकी है। दसवें चरण में आगामी आठ दिसंबर को चुनाव होना तय है। अभी चुनाव में लंबा समय रहने के बावजूद पंचायत चुनाव के दावेदारों ने प्रखंड क्षेत्र में अपनी सक्रियता तेज कर दी है। इसबार पंचायत प्रतिनिधियों में मुखिया व वार्ड सदस्य पद के लिए सबसे अधिक दावेदारों की फौज सामने नजर आ रही है। ऐसे में संभावित उम्मीदवारों द्वारा अपनी चुनावी जमीन मजबूत करने की कवायद तेज कर दिए जाने से प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पंचायत चुनाव की सरगर्मी काफी बढ़ गई है। गांव के गलियारों व चौराहों पर राम-सलाम करने व कुशल क्षेम पूछने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है। हर चौखट पर दस्तक देकर गिले-शिकवे मिटाये जाने लगे हैं। संभावित प्रत्याशी व उसके समर्थकों द्वारा इन दिनों ग्रामीणों की आवभगत काफी की जाने लगी है। आलम यह है कि जरूरतमंद ग्रामीणों की हर तरह से मदद की जा रही है। किसी की कोई समस्या सुलझानी हो या अन्य कोई सहयोग हो तत्काल मदद के लिए दावेदार तैयार रहते हैं। मतदाता भी समझ रहे हैं कि चुनावी सीजन के कारण ही ऐसा हो रहा है। लेकिन जिन ग्रामीणों को जिससे मदद मिल रही है वे मदद करनेवालों को वोट देने के लिए भी आश्वस्त कर रहे हैं। निवर्तमान प्रतिनिधि फिलहाल ग्रामीणों को उनके मन मुताबिक कार्ययोजना पूरी करने की मदद में जुटे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक संभावित प्रत्याशी सुबह से देर रात तक गांव में हर चौखट पर दस्तक देते दिखाई दे रहे हैं। साथ ही किसी भी तरह की जरुरत पड़ते ही कई मददगार आगे आने को तैयार रहते हैं।