ग्रामीण इलाके में विदाई गीत के साथ मां दुर्गा को विदा किया

लखीसराय। जिले के ग्रामीण इलाके में शनिवार को नम आंखों से मां दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं का वि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 12:02 AM (IST)
ग्रामीण इलाके में विदाई गीत के साथ मां दुर्गा को विदा किया
ग्रामीण इलाके में विदाई गीत के साथ मां दुर्गा को विदा किया

लखीसराय। जिले के ग्रामीण इलाके में शनिवार को नम आंखों से मां दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं का विसर्जन स्थानीय नदियों एवं तालाबों में कर दिया। इस दौरान महिलाएं बेटी विदाई गीत गा रही थी। इस कारण माहौल गमगनी बना रहा। बड़हिया प्रखंड एवं नगर क्षेत्र में अधिकांश जगहों पर रविवार को प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। जिले भर में दुर्गा पूजा मेला और विसर्जन शोभा यात्रा में कहीं से भी अप्रिय घटना नहीं घटी। बड़हिया प्रतिनिधि के अनुसार : परंपरा के अनुसार के अनुसार विजया दशमी के दिन बड़हिया नगर के तिलक मैदान स्थित बड़ी दुर्गा मां सहित तीन दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुक्रवार की रात कोलज गंगा घाट पर किया गया। जबकि प्रखंड अंतर्गत 22 जगहों पर स्थापित की गई प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार को किया जायेगा। मान्यता है कि शनिवार एवं मंगलवार को मां की प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जाता है।

पीरी बाजार प्रतिनिधि के अनुसार : पीरी बाजार एवं आसपास के क्षेत्र में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की पूजा हर्षोल्लास एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गई। क्षेत्र के बसौनी, अभयपुर, गाड़ी विशनपुर, पूर्व रेलवे अभयपुर, पीरी बाजार, बरियारपुर एवं कजरा में विभिन्न स्थानों पर दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। स्थानीय मां भगवती मंदिर में निशा पूजा व कलश विसर्जन में काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे। नवमी के दिन लखीसराय पुलिस अधीक्षक ने पीरी बाजार स्थित पूर्व रेलवे अभयपुर प्रांगण में स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की। कजरा थानाध्यक्ष संतोष सिन्हा परिवार सहित अभयपुर स्थित भगवती मंदिर में पूजा-अर्चना की। शुक्रवार को देर रात के बाद प्रतिमाओं के विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हो गई। शनिवार को सभी जगहों की प्रतिमाएं विसर्जित कर दी गई। मेदनी चौकी एवं सूर्यगढ़ा क्षेत्र में भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। वहां स्थानीय किऊल नदी में शोभा यात्रा के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।

चानन प्रतिनिधि के अनुसार : दुर्गा पूजा एवं विजयादशमी पर्व प्रखंड में शांतिपूर्ण एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नौ दिनों तक दुर्गा मंदिरों में एवं पूजा पंडालों में गूंजते सप्तशती पाठ और भक्ति गीतों की आवाज थम गई। दो दिवसीय मेला के बाद शनिवार के सुबह से ही प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया।

मननपुर बाजार स्थित रेलवे दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किऊल नदी के भलूई घाट में किया गया है। मां शेराबाली दुर्गा पूजा समिति लाखोचक की प्रतिमा का विसर्जन मंदिर के निकट तालाब में किया गया। शाहपुर, बसमतिया, तिलकपुर, महेशलेटा, जगदीशपुर, बन्नूबगीचा, कमियांपुर, भंडार आदि गांवों में स्थापित मां दुर्गा का प्रतिमाओं का विसर्जन भी शांतिपूर्ण ढंग से बन्नूबगीचा वीयर, बासकुंड डैम, जगदीशपुर तालाब व तिलकपुर आहर में कर दिया गया।

हलसी प्रतिनिधि के अनुसार : हलसी प्रखंड में शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा संपन्न हो गई। प्रखंड के हलसी, प्रतापपुर, बहछा, नोमा, तरहारी, मतासी, शिवसोना, गेरुआपुरसंडा, बहरावां, खैरमा गांवों में दुर्गा पूजा मेला का आयोजन किया गया था। शनिवार को सभी जगहों की प्रतिमाएं नदियों एवं तालाबों में विसर्जित की गई। थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि थाना क्षेत्र की सभी पूजा समिति की प्रतिमा का विसर्जन शनिवार को कर दिया गया।

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