जिले में 18 माह से नहीं बन रहा दिव्यांगता प्रमाण पत्र

लखीसराय। सरकार दिव्यांगजनों के हित में विभिन्न कार्यक्रमों में बड़े दावे करती है। इनके लिए

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 08:06 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 08:06 PM (IST)
जिले में 18 माह से नहीं बन रहा दिव्यांगता प्रमाण पत्र
जिले में 18 माह से नहीं बन रहा दिव्यांगता प्रमाण पत्र

लखीसराय। सरकार दिव्यांगजनों के हित में विभिन्न कार्यक्रमों में बड़े दावे करती है। इनके लिए सामाजिक सुरक्षा के तहत निशक्तता दिवस का आयोजन करती है और उस दिन सम्मान किया जाता है। इनके साथ भेदभाव नहीं करने की अपील भी करती है। इन्हें प्रताड़ित करने वालों के खिलाफ कड़ा कानून भी बनाया है। बावजूद लखीसराय जिले के दिव्यांगजन अपना प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अस्पतालों और कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। गत 18 माह से लखीसराय जिले में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने का काम ठप है। स्वास्थ्य विभाग का रोना है कि उनके पास हड्डी एवं आंख के डाक्टर नहीं हैं। लेकिन, इसका विकल्प निकालने की फुर्सत न तो विभाग के पास है और न ही जिला प्रशासन के पास है। करीब 250 दिव्यांग अपने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनने का इंतजार कर रहे हैं और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ---

मार्च 2020 के बाद नहीं लगा दिव्यांगता जांच शिविर समाहरणालय के समीप गांधी मैदान में माह मार्च 2020 में जिले के दिव्यांगजनों का दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनाने के लिए जिलास्तरीय जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें जिले के विभिन्न जगहों से सैकड़ों की संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित हुए थे। कुछ दिव्यांगजनों की मेडिकल जांच के बाद उनका दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया गया। अधिकांश दिव्यांगजनों को पीएचसी स्तर पर आयोजित होने वाले दिव्यांगता जांच शिविर में जाकर जांच कराने को कहा गया। परंतु उसके बाद से जिले के किसी भी पीएचसी में यह आयोजन नहीं किया गया।

---- जिले में नहीं हैं हड्डी एवं आंख रोग विशेषज्ञ चिकित्सक

जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में विगत नौ माह पूर्व से हड्डी एवं आंख रोग विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं। एकमात्र बड़हिया पीएचसी में पदस्थापित हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. सुभाष पासवान के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की गई। इसके बाद उनकी मौत हो गई। उनकी मृत्यु के बाद से जिले में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर नहीं है। एकमात्र सदर अस्पताल में पदस्थापित आंख रोग विशेषज्ञ डा. डीपी यादव विगत नौ माह पूर्व ही सेवानिवृत्त हो गए। इसके बाद से जिले में आंख रोग विशेषज्ञ नहीं है। ---

कोट हड्डी एवं आंख रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के अभाव में जांच शिविर का आयोजन नहीं हो रहा है। विभाग ने कुछ दिन पूर्व सदर अस्पताल में एक हड्डी रोग विशेषज्ञ की पोस्टिग की परंतु बाहर ही बाहर उक्त डाक्टर को पीएमसीएच, पटना में पदस्थापित कर दिया गया। दिव्यांगता प्रमाण पत्र के जरूरतमंद दिव्यांग के आवेदन को विशेष परिस्थिति में पड़ोस के जिला में भेज दिया जाता है। संबंधित दिव्यांग पड़ोस के जिला में आयोजित दिव्यांगता जांच शिविर में शामिल होकर अपना दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं।

डा. डीके चौधरी, सिविल सर्जन, लखीसराय।

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