शक्ति रूपेण संस्थिता..

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 09:22 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 09:22 PM (IST)
शक्ति रूपेण  संस्थिता..
शक्ति रूपेण संस्थिता..

लखीसराय। बड़हिया बाजार स्थित एनएच 80 किनारे शंकर मिल परिसर अवस्थित छोटी दुर्गा मंदिर इस वर्ष अपना 69वां वर्षगांठ मना रहा है। पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण दुर्गा पूजा समारोह सादे ढंग से मनाया गया था। इस वर्ष पूजा समिति ने फिर से विस्तार तरीके से अनुष्ठान शुरू किया है। बड़हिया रेलवे स्टेशन से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित छोटी दुर्गा मंदिर में शारदीय नवरात्र की पूजा भक्ति भाव के साथ निष्ठापूर्वक की जाती है। मंदिर की सजावट एवं यहां का मेला भक्तों को आकर्षित करती है। रेलवे स्टेशन के करीब रहने के कारण यहां सुगम तरीके से श्रद्धालु पहुंच जाते हैं।

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इतिहास छोटी दुर्गा महारानी का इतिहास बहुत पुराना है। सन 1953 में छोटी दुर्गा मां की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय स्व. सहदेव प्रसाद वर्मा ने लिया था। तब से आज तक मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान के साथ पूजा की जाती है। 1959 में सहदेव प्रसाद वर्मा के निधन के बाद समिति के अध्यक्ष सुवंश प्रसाद सिंह रहे। उनके निधन के बाद प्रणव कुमार सिंह उर्फ कारू सिंह वर्तमान में अपने सहयोगियों के साथ इसकी देखरेख कर रहे हैं। सभी के सहयोग से मंदिर का भव्य निर्माण 1967 में कराया गया था। स्थापना काल में दुर्गा मां की प्रतिमा इतनी छोटी रहती थी की उनका विसर्जन लोग टोकरी में रखकर और सर पर ले जाकर गंगा में करते थे। मंदिर निर्माण के लिए स्व. श्यामलाल जगनानी ने जमीन उपलब्ध कराई थी। बड़हिया नगर एवं प्रखंड क्षेत्र के श्रद्धालुओं की असीम आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है। यहां दुर्गा मां के साथ अन्य प्रतिमाओं का गहना स्वर्ण एवं चांदी का बना हुआ है। यहां शारदीय नवरात्र के साथ वासंतिक नवरात्र में भी प्रतिमा स्थापित की जाती है। ----

मंदिर की विशेषताएं

- छोटी दुर्गा मंदिर बड़हिया प्रखंड एवं नगर के लोगों का आस्था का केंद्र है। - सच्चे मन से श्रद्धालुओं द्वारा मांगी गई मुरादें मां पूरी करती है। - मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा सहित अन्य सभी प्रतिमा का मुकुट सोना एवं चांदी से निर्मित है। - छोटी दुर्गा मंदिर में शारदीय एवं वासंतिक दोनों नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। - मंदिर में रंगीन बल्बों एवं झालर, फूल आदि से की जाने वाली सजावट आकर्षण का केंद्र होता है।

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पिछले वर्ष कोरोना के कारण सामान्य ढंग से मां दुर्गा की पूजा की गई थी। इस वर्ष भी जन सहयोग से शारदीय नवरात्र एवं दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया गया है। मंदिर की भव्य विद्युत सजावट की जा रही है। बच्चों के लिए झूला, खिलौना, चाट सहित अन्य तरह की अस्थाई दुकानें खोली जाएगी। लोगों की सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है।

प्रणव कुमार सिंह उर्फ कारू सिंह, अध्यक्ष

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छोटी दुर्गा मंदिर बड़हिया में एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां शारदीय एवं वासंतिक दोनों नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। मंदिर में सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण होती है। यह मंदिर लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है।

राजकुमार वर्मा उर्फ मुन्ना, सचिव

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