सदर अस्पताल में चिकित्सकों की मनमानी ने बढ़ाई मरीजों की परेशानी
लखीसराय। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सरकारी अस्पतालों को व्यवस्थित
लखीसराय। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सरकारी अस्पतालों को व्यवस्थित करने के लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है। बावजूद चिकित्सकों की मनमानी के कारण अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफरल अस्पताल की बात तो दूर सदर अस्पताल में भी मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल रही है। साधारण स्वास्थ्य सुविधा भी नदारद है। इससे मरीजों का सरकारी अस्पताल से मोह भंग होने लगा है। आश्चर्य की बात है कि जिलाधिकारी सहित जिले के तमाम प्रशासनिक पदाधिकारियों की नाक तले चलने वाले सदर अस्पताल में रोस्टर ड्यूटी से अधिकांश चिकित्सक बिना सूचना फरार रहते हैं। बुधवार को सदर अस्पताल में रोस्टर के मुताबिक ओपीडी में छह चिकित्सकों की एवं इमरजेंसी में एक चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई थी। परंतु ओपीडी में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे। इमरजेंसी में ड्यूटी पर मौजूद एक मात्र चिकित्सक राज अभय ही इमरजेंसी मरीजों के अलावा जेनरल ओपीडी, महिला ओपीडी एवं शिशु ओपीडी के मरीजों का इलाज कर रहे थे। बुधवार को मारपीट में गंभीर रूप से जख्मी चार मरीज के इमरजेंसी में आ जाने के कारण डा. राज अभय उनके इलाज में व्यस्त रहे। इस कारण करीब दो घंटे तक ओपीडी के मरीज इलाज कराने के लिए भटकते रहे। कुछ मरीज इमरजेंसी के सामने इंतजार करते रहे।
---
बुधवार को रोस्टर के अनुसार ड्यूटी में लगाए गए चिकित्सक
डा. जवाहर साहू - बिना सूचना के अनुपस्थित
डा. विभूषण कुमार - बिना सूचना अनुपस्थित
डा. विकास कुमार झा - सदर अस्पताल आने के बाद किसी काम से कहीं गए थे।
डा. रूपा (महिला ओपीडी) - आपरेशन थिएटर में आपरेशन कर रही थी।
डा. राकेश कुमार (शिशु रोग ओपीडी) - प्रशिक्षण में गए थे।
डा. कुमार अमित - अनुपस्थित।
---
सदर अस्पताल में चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने को लेकर प्रयास जारी है। इसमें काफी सुधार भी हुआ है। बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों से स्पष्टीकरण की मांग की जाएगी। संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं रहने पर वरीय अधिकारियों को इस संबंध में पत्र भेजा जाएगा।
डा. विपिन कुमार, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, लखीसराय।