उत्तर भारत की संपर्क व भारत की राजभाषा है हिदी

लखीसराय। हिदी दिवस के अवसर पर जगदंबा हिदी पुस्तकालय बड़हिया में मंगलवार को नवीन कवि स्मृति

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 08:05 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 08:05 PM (IST)
उत्तर भारत की संपर्क व भारत की राजभाषा है हिदी
उत्तर भारत की संपर्क व भारत की राजभाषा है हिदी

लखीसराय। हिदी दिवस के अवसर पर जगदंबा हिदी पुस्तकालय बड़हिया में मंगलवार को नवीन कवि स्मृति केंद्र सह अप्टिमय सेवा संस्थान बड़हिया के तत्वाधान में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कवि मणिभूषण सिंह, राहुल कुमार देवव्रत, सीताराम, संजीव कुमार शाहिद, सेवानिवृत्त शिक्षक मिथिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व प्राचार्य प्रो. नरेंद्र कुमार सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. नरेंद्र कुमार सिंह एवं संचालन संस्थान के संयोजक सुरेश माधुर्य ने किया। हिदी दिवस पर चर्चा करते हुए कवि मणिभूषण सिंह ने कहा कि हिदी उत्तर भारत की संपर्क भाषा के साथ-साथ भारत की राजभाषा भी है। इसे भारत की अस्मिता का प्रतीक बनाकर सभी लोगों को राष्ट्र भाषा का दर्जा दिलाने में बढ़ चढ़कर प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने अपने कविता पाठ के दौरान छोड़ो हस्तक्षेप सहज स्वभाविकता भरने दो कविता कही। कवि संजीव कुमार शाहिद ने मैं हूं तुम हो और मौसम भी है। कवि सीताराम ने बारूद की गंध आ रही है लगता है कोई गांव आने वाला है। कवि राहुल कुमार देवव्रत ने वर्षों से केवल मृत्यु का इंतजार है, जिनके हिस्से जिनके चेहरे पर खौफ नहीं है। वहीं स्थानीय कवि प्रेमकुमार आनंद, रौशन अनुराग, कवि राममूरत, कवि चंद्रदेव बिहारी, चंदन कुमार ने भी काव्य पाठ किया। हिदी दिवस पर हिदी शिक्षक घनश्याम कुमार, डाक्टर आशुतोष कुमार, मिथिलेश प्रसाद सिंह, अमरेश कुमार अनीस आदि ने संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन श्याम नंदन सिंह ने किया। वहीं हिदी दिवस के मौके पर महिला कालेज बड़हिया, प्लस टू उवि खुटहाडीह सहित कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर रामनारायण सिंह, संजीव कुमार, प्रवीण कुमार झुन्नू, रघुवीर कुमार, सौरव कुमार, मुकेश कुमार, मधुसूदन प्रसाद, डाक्टर भवानी कुमारी सहित कई लोग मौजूद थे।

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