प्रसूता के इलाज में लापरवाही पर सात ए-ग्रेड नर्स का वेतन रोका

लखीसराय। सदर अस्पताल में आए दिन ए-ग्रेड नर्स की मनमानी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 06:35 PM (IST)
प्रसूता के इलाज में लापरवाही पर सात ए-ग्रेड नर्स का वेतन रोका
प्रसूता के इलाज में लापरवाही पर सात ए-ग्रेड नर्स का वेतन रोका

लखीसराय। सदर अस्पताल में आए दिन ए-ग्रेड नर्स की मनमानी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बावजूद सदर अस्पताल प्रशासन स्पष्टीकरण से आगे की कार्रवाई नहीं कर पाता है। सिजेरियन प्रसव के बाद प्रसूता के इलाज में लापरवाही बरतने को लेकर पहली बार बिना स्पष्टीकरण मांगे सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल की सात ए-ग्रेड नर्स का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया है।

जिन नर्सो का वेतन रोका गया उसमें रानी कुमारी, नीली कुमारी, सुनीता कुमारी-एक, पार्वती कुमारी, आभा कुमारी-दो, बबीता कुमारी-दो एवं संजू कुमारी शामिल हैं। इसको लेकर सदर अस्पताल की ए-ग्रेड नर्स में हड़कंप मचा हुआ है। विदित हो कि स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. कुमार अमित की शिकायत पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. विपिन कुमार ने उक्त ए-ग्रेड नर्स के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंसा सिविल सर्जन से की थी। इसमें कहा गया था कि 14 मई 21 को जमुई जिला अंतर्गत सिकंदरा के राकेश कुमार की पत्नी मधु कुमारी का सदर अस्पताल में डा. कुमार अमित ने सिजेरियन प्रसव कराया। इसके बाद नर्स ने मरीज की उचित देखभाल में लापरवाही की। 16 मई को डा. कुमार अमित ने फोन से सदर अस्पताल के प्रबंधक को बताया कि सिजेरियन प्रसव के बाद मरीजों की देखभाल नहीं होती है। रोस्टर ड्यूटी में मौजूद ए-ग्रेड नर्स समय पर न तो इंजेक्शन देती हैं और न स्लाइन करती हैं। अगर यही स्थिति रही तो वे आगे से आपरेशन नहीं करेंगे। क्योंकि देखभाल के अभाव में मरीज की जान जा सकती है। इसकी सारी जवाबदेही बाद में आपरेशन करने वाले डाक्टर पर आएगी। इस पर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल प्रशासन ने बिना स्पष्टीकरण की मांग किए संबंधित सातों ए-ग्रेड नर्स के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा सिविल सर्जन से की थी। इसके आलोक में सिविल सर्जन ने चार सितंबर को उक्त सभी ए-ग्रेड नर्सों का वेतन अगले आदेश तक अवरुद्ध कर दिया है। सिविल सर्जन ने संबंधित ए-ग्रेड नर्सों को डा. कुमार अमित एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के मंतव्य के साथ स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसके अलावा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को जमुई जिला के सिकंदरा के राजेश कुमार चौधरी की पत्नी मधु कुमारी के आवेदन के साथ संलग्न कर संबंधित ए-ग्रेड नर्स का स्पष्टीकरण उनके पास भेजने को कहा है, जिसमें प्रसूता को यह उल्लेख करना है कि संबंधित ए-ग्रेड नर्सों द्वारा उन्हें किस तरह की सेवा प्रदान की गई है।

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