जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक मनी बकरीद, गले मिलकर दी बधाई

लखीसराय। त्याग और बलिदान का पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) बुधवार को जिले भर में शांति पूर्वक मन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 08:09 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 08:09 PM (IST)
जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक मनी बकरीद, गले मिलकर दी बधाई
जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक मनी बकरीद, गले मिलकर दी बधाई

लखीसराय। त्याग और बलिदान का पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) बुधवार को जिले भर में शांति पूर्वक मनाई गई। कोरोना नियमों के कारण बकरीद की नमाज अधिकांश लोगों ने अपने घरों में ही अदा की। हालांकि कुछ मस्जिदों में बिना भीड़ लगाए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खुदा की इबादत की और नमाज अदा की। पर्व को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह चौकस नजर आया। शहर से लेकर गांव तक मस्जिद और ईदगाह के पास दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी मुस्तैद नजर आए। बकरीद को लेकर सुबह से ही शहर में चहल-पहल तेज रही । कोरोना प्रोटोकाल के कारण अधिकांश लोगों ने अपने-अपने घरों में बकरीद की नमाज अदा की। इसके बाद नए कपड़े पहने और घरों में ही कुर्बानी की रस्म पूरी की। जिला प्रशासन की घरों में बकरीद मनाने की अपील का पूरा असर दिखा। मस्जिद और ईदगाह में सन्नाटा पसरा रहा। बच्चों में पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा गया। शहर के इंगलिश मुहल्ला, प्रभात चौक, धर्मरायचक, बड़ी दरगाह, छोटी दरगाह मुहल्ला, नया टोला, पचना रोड आदि में विशेष चहल पहल रही। इन इलाकों में पुलिस भी गश्त लगाती रही। ग्रामीण क्षेत्र के बालगुदर, अमहरा, वृंदावन, खगौर, हकीमगंज, दामोदरपुर, महिसोना आदि गांव में भी पुलिस की निगरानी में बकरीद मनाई गई। सुबह छह बजे से नौ बजे तक विशेष चौकसी रही। इसके बाद मस्जिदों एवं ईदगाहों के पास प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मी और दंडाधिकारी ड्यूटी से वापस चले गए। पर्व को लेकर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष का भी गठन किया गया था।

सूर्यगढ़ा प्रतिनिधि के अनुसार : कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा यानी बकरीद सूर्यगढा प्रखंड मुख्यालय के अलावा मेदनी चौकी, अरमा, अलीनगर, अवगिल सहित कई गांवों में मनाई गई। अधिकांश लोगों ने अपने घरों में ही नमाज बदा की। मस्जिदों में निर्धारित लोगों ने ही नमाज अदा की। कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश लोगों ने गले मिलने से परहेज करते हुए हाथ मिलाकर एक दूसरे को बकरीद को बधाई दी। त्याग और बलिदान के पर्व के इस मौके पर बकरे की कुर्बानी दी गई एवं असहाय के अलावा रिश्ते नाते एवं मित्रों में वितरण भी किया।

बड़हिय प्रतिनिधि के अनुसार : बड़हिया नगर एवं प्रखंड में बकरीद का त्योहार बुधवार को परंपरागत रूप से शांतिपूर्वक मनाया गया। इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर मस्जिद बंद रहने से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने अपने घरों में नमाज अदा की। महिला एवं पुरुष नए-नए कपड़े पहनकर एक दूसरे को बकरीद की बधाई दी। मुस्लिम समुदाय के लोग मानना है कि अल्लाह की मर्जी को कुबूल करने और उनके हुक्म के सामने अपना सबसे प्रिय चीज को लुटा देने के नाम पर बकरीद मनाई जाती है। इसलिए हर कोई इस दिन कुर्बानी देता है। बकरीद में बलिदान का ही महत्व है। कहा जाता है कि अपनी सबसे प्यारी चीज रब की राह में खर्च करो। बकरीद में गरीबों और मजलूमों का खास ख्याल रखा जाता है।

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