सड़क निर्माण के नाम पर जलस्त्रोत को किया नष्ट

लखीसराय। सरकार एक ओर हर खेत को पानी देने के लिए विलुप्त जलाशय आहर पैन तालाब आदि क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 08:04 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 08:04 PM (IST)
सड़क निर्माण के नाम पर जलस्त्रोत को किया नष्ट
सड़क निर्माण के नाम पर जलस्त्रोत को किया नष्ट

लखीसराय। सरकार एक ओर हर खेत को पानी देने के लिए विलुप्त जलाशय, आहर, पैन, तालाब आदि की खोज करके उसकी खोदाई कराकर जल संचयन को बल दे रही है वहीं दूसरी ओर सरकारी विभाग ही जल स्त्रोत को नष्ट करने में लगा है। हलसी प्रखंड के धीरा गांव स्थित काला आहर (बड़का आहर) से ग्रामीण कार्य विभाग एवं संवेदक की लापरवाही से सिचाई का पानी बर्बाद हो रहा है। धीरा गांव के ग्रामीण किसान अवधेश कुमार सिंह, देवेंद्र सिंह, गिरीश सिंह, सुनील सिंह, कैलू यादव, गुलेश्वर यादव, कालेश्वर यादव, विनोद यादव, कालेश्वर रजक आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि हलसी प्रखंड के प्रेमडीहा-धीरा ग्रामीण सड़क से रविदास टोला तक ग्रामीण कार्य विभाग से सड़क निर्माण चार माह से कराया जा रहा है। इस दौरान कार्य एजेंसी एवं संवेदक ने काला आहर में एक पुलिया का निर्माण कराया है। उक्त पुलिया के निर्माण से आहर में सिचाई के लिए जमा होने वाले पानी को रोकने का कोई इंतजाम नहीं करने से पानी बहता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस आहर के पानी से धीरा मौजा के 22 सौ एकड़ जमीन की सिचाई होती है। पानी बह जाने से किसानों को सूखा का सामना करना पड़ सकता है। सड़क निर्माण के संवेदक को पुल में स्लुईस गेट देना चाहिए ताकि पूर्व की तरह आहर में जल का भंडारण रहे। संवेदक ने योजना स्थल पर किसी तरह का बोर्ड भी नहीं लगाया है। इस कारण किसानों को न तो विभाग के बारे में पता है और न ही संवेदक के बारे में कोई जानकारी है। उधर इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि उक्त स्थल पर सड़क एवं पुलिया निर्माण की कोई जानकारी उन्हें नहीं है। जानकारी लेकर किसानों की हित का ख्याल रखा जाएगा।

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