कोरोना मरीजों की सेहत की रखवाली कर रहीं डॉ. ऋषिता
लखीसराय। डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है। वर्तमान समय में कोरोना महामारी में हर ड
लखीसराय। डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है। वर्तमान समय में कोरोना महामारी में हर डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी पूरी निष्ठा और सेवा भाव से मरीजों का इलाज और देखभाल करके इसे सच साबित करने में लगे हैं। कई महिला चिकित्सक भी हैं जो कोरोना के खतरे के बीच रहकर बुलंद हौसले के साथ अपनी सेवा दे रही हैं। जिले के बड़हिया प्रखंड अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर की चिकित्सा प्रभारी डॉ. ऋषिता उन्हीं कोरोना वारियर्स में शामिल हैं जो अपने घर परिवार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए कोरोना मरीजों का भी ख्याल रख रही है। डॉ. ऋषिता को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर से बुलाकर सिविल सर्जन ने ऐसे जगह पर ड्यूटी लगाई जहां सिर्फ खतरे ही खतरे हैं। डॉ. ऋषिता कोविड केयर सेंटर तेतरहाट में प्रतिनियुक्त हैं। वहां कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। डॉ. ऋषिता सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी करती हैं। इस दौरान डॉ. ऋषिता वहां भर्ती कोरोना मरीजों की सेहत का पूरा ख्याल रखती है। संक्रमित मरीजों का तापमान, ऑक्सीजन लेवल की जांच, समय पर दवा उपलब्ध कराने से लेकर उनकी हर समस्या को सुनकर निदान निकलने में जुटी हुई है। कोरोना का नाम सुनकर जहां लोग घबरा जाते हैं। वहीं इस सेंटर पर कोरोना मरीजों की 24 घंटे निगरानी में डॉ. ऋषिता के साथ नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ का भी सराहनीय योगदान रहता है। कोविड सेंटर पर ड्यूटी के अलावे डॉ. ऋषिता शेष तीन दिन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर जाती है। वहां कोरोना वैक्सिनेशन का कार्य चल रहा है। अस्पताल की दुरुस्त व्यवस्था के कारण वहां काफी संख्या में ग्रामीण टीका लेने आते हैं। इस दौरान डॉ. ऋषिता लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घरों में रहने, घर से निकलने पर मास्क जरूर पहनने, साबुन से हाथ धोने के लिए भी प्रेरित कर रही हैं। डॉ. ऋषिता कहती हैं कि कोरोना काल में खुद और परिवार को बचाते हुए अस्पताल और कोविड सेंटर में ड्यूटी कर रही हूं। इस समय सभी लोगों को सतर्क रहते हुए नियमों का पालन करना जरूरी है। खासकर हृदय रोग और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।