ड्यूटी के दौरान बिजली मिस्त्री की मौत को लेकर कठघरे में विभाग

लखीसराय। ड्यूटी के दौरान बुधवार की रात मानव बल अभिषेक की हुई मौत विभागीय लापरवाही का न

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 07:44 PM (IST)
ड्यूटी के दौरान बिजली मिस्त्री की मौत को लेकर कठघरे में विभाग
ड्यूटी के दौरान बिजली मिस्त्री की मौत को लेकर कठघरे में विभाग

लखीसराय। ड्यूटी के दौरान बुधवार की रात मानव बल अभिषेक की हुई मौत विभागीय लापरवाही का नमूना है। विभागीय अभियंता अपने बचाव में जितना भी तर्क दे दे विभाग इस मामले में कठघरे में है। शहर में कहीं भी कभी भी बिजली फॉल्ट होती थी। विभागीय अभियंता के एक फोन कॉल पर मानव बल अभिषेक कुमार दौड़ा चला आता था। बुधवार को आंधी पानी के बाद कई बार शहरी क्षेत्र में ब्रेकडाउन होने पर अभिषेक पूर्व की तरह अपने अन्य साथियों के साथ कार्य करता रहा। रात 10 बजे विभाग के अभियंता के आदेश पर अभिषेक बालिका विद्यापीठ के नजदीक जब विद्युत लाइन ठीक कर रहा था उसी वक्त 33 हजार वोल्ट तार में विद्युत प्रवाहित होने से वह करंट की चपेट में आ गया और झुलस कर उसकी मौत हो गई। कार्यस्थल पर आठ की संख्या में बिजली विभाग के कर्मी एक विद्युत पोल पर इंसुलेटर बदल रहे थे। उस टीम में मानव बल अभिषेक, पप्पू चौधरी सहित अन्य कर्मी भी शामिल थे। मानव बल कुंदन कुमार ने बताया कि जिस पोल पर अभिषेक फॉल्ट ठीक कर रहा था वहां से तीन फीडर की आपूर्ति होती है। अभिषेक जब इंसुलेटर चढ़ा रहा था उसी समय 33 हजार वोल्ट तार वाले एक फीडर में अचानक आपूर्ति बहाल हो गई। इस कारण करंट की चपेट में आने से अभिषेक का शरीर पूरी तरह जल गया। अभिषेक को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुंदन ने कहा कि तीनों फीडर का लाइन बंद करवाकर काम करवाया जा रहा था और इसकी निगरानी खुद विभागीय अभियंता कर रहे थे। फिर बिजली बहाल कैसे कर दी गई यह बड़ा सवाल है। अभिषेक की मौत को लेकर विभाग कठघरे में है। उधर इस मामले में किस स्तर पर लापरवाही हुई है इस पर विभागीय अभियंता ने चुप्पी साध ली है। इस घटना के पीछे किसी फीडर में फॉल्ट आ जाने की बात कहकर विभागीय अभियंता अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।

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