कोरोना के संक्रमण से रेलकर्मी सहित चार की हुई मौत
लखीसराय। कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में करीब हज
लखीसराय। कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में करीब हजार लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। जबकि डेढ़ दर्जन लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की बुलेटिन रिपोर्ट में अब तक 15 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। इधर गुरुवार को एक रेलकर्मी सहित चार लोगों की मौत हो गई। दुखद यह है कि एक सप्ताह के अंदर किऊल में रेलवे से जुड़े तीन सरकारी कर्मी की मौत हुई है। गुरुवार की रात एक बुकिग सुपरवाइजर (45) की इलाज के दौरान कोरोना से मौत हो गई है। कुछ दिन पहले वे कोरोना से संक्रमित हुए थे। नवादा स्थित अपने घर पर इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ा। इसके दो दिन पहले किऊल रेलवे कोर्ट के मजिस्ट्रेट की पटना के रुबन अस्पताल में मंगलवार की रात मौत हुई थी। जबकि 18 अप्रैल को किऊल जीआरपी थाना अध्यक्ष की मुंगेर में इलाज के दौरान मौत हुई थी। इस तरह कोरोना ने रेलवे से जुड़े तीन सरकारी कर्मियों की जिदगियां छीन ली। इधर शुक्रवार को शहर के वार्ड नंबर 17 पटेलनगर में एक दिव्यांग पिता के इकलौते बेटे (35) की मौत कोरोना से इलाज के दौरान हो गई। समाज सेवी किशोरी महतो ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि युवक को सर्दी-खांसी एवं बुखार की शिकायत पर युवक को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाके के दौरान उसने हिम्मत हार दी। मृतक युवक अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। दिव्यांग पिता के अलावा मां और दो बहनों की जिम्मेदारी इसी युवक के ऊपर थी। वह दवा दुकान में युवक की मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। सदर अस्पताल में थोड़ी देर के अंतराल पर दो संक्रमितों की मौत हो गई। किऊल खगौर निवासी युवक के अलावा सूर्यगढ़ा प्रखंड के कजरा बासुदेवपुर निवासी एक शिक्षक की मौत हो गई। दोनों कोरोना संक्रमण के बाद सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थे। सांस लेने में तकलीफ की वजह से दोनों की मौत हो गई।