कोरोना के डर के बीच आस्था व परंपरा के साथ मनी रामनवमी पर्व

लखीसराय। कोरोना संक्रमण के डर के बीच बुधवार को जिले भर में रामनवमी पर्व आस्था व परंपरा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 07:03 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 07:03 PM (IST)
कोरोना के डर के बीच आस्था व परंपरा के साथ मनी रामनवमी पर्व
कोरोना के डर के बीच आस्था व परंपरा के साथ मनी रामनवमी पर्व

लखीसराय। कोरोना संक्रमण के डर के बीच बुधवार को जिले भर में रामनवमी पर्व आस्था व परंपरा के साथ मनाई गई। संक्रमण के कारण कहीं भी जुलूस नहीं निकला। जानकारी हो कि प्रभु श्री राम के जन्म दिवस को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम के साथ उनके प्रिय भक्त हनुमान की पूजा होती है। जिला मुख्यालय सहित जिले के ग्रामीण अंचलों में महावीर मंदिरों एवं घरों में जय श्रीराम व वीर हनुमान की जयघोष के बीच महावीरी पताका लहराया गया। इस मौके पर कच्चे बांस का ध्वजारोहण किया गया। कोरोना संक्रमण के बावजूद ग्रामीण अंचलों में भी काफी आस्था के साथ घरों में विधि विधान के साथ पूजा कर हरे बांस में महावीरी पताका बांधकर लहराया गया। मुख्यालय में शहर के विद्यापीठ चौक स्थित हनुमान मंदिर, पुरानी बाजार में महावीर स्थान स्थित हनुमान मंदिर, चितरंजन में पीबी हाई स्कूल के पास हनुमान मंदिर, लखीसराय रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ बैरक स्थित हनुमान मंदिर, शहीद द्वार स्थित हनुमान मंदिर, नया बाजार में बड़ी चैती दुर्गा मंदिर के बगल में हनुमान मंदिर, वनखंडी हनुमान मंदिर, कबैया रोड, हनुमान नगर, किऊल बस्ती आदि मोहल्लों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। भक्तों ने लड्डू, बताशा का प्रसाद चढ़ाकर हनुमान जी की पूजा की। मंदिर के पुजारी की देखरेख में हरे बांस में पताका बांधकर उसे लहराया गया। बालगुदर-मनकट्ठा मोड़ के पास एनएच 80 किनारे पुराने हनुमान मंदिर में भी पूजा की गई। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया। कोरोना संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के सभी मंदिर बंद रखने के आदेश के बावजूद सभी हनुमान मंदिर खुले हुए थे। भक्तों ने बिना कोरोना डर के भक्ति भाव के साथ प्रभु राम और हनुमान जी की पूजा आराधना की।

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