कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन एवं हड़ताली यूनियन आरपार के मूड में

मुंगेर-जमुई सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन एवं बिहार सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक इम्पलाइज फेड

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:17 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:17 PM (IST)
कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन एवं हड़ताली यूनियन आरपार के मूड में
कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन एवं हड़ताली यूनियन आरपार के मूड में

मुंगेर-जमुई सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन एवं बिहार सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक इम्पलाइज फेडरेशन कर्मचारी यूनियन आर-पार के मूड में हैं। बैंक के प्रबंध निदेशक ने दो शाखा प्रबंधकों व फेडरेशन की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष विपिन कुमार एवं सचिव हरिशंकर सुमन को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर बीते 13 अप्रैल को ही बिहार सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक इम्पलाइज फेडरेशन की मुंगेर इकाई ने बैंक के प्रबंध निदेशक रंजीत कुमार सिंह एवं बीसीईओ पुरुषोत्तम कुमार के खिलाफ मुंगेर सीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया है। फेडरेशन के आह्वान पर कॉपरेटिव बैंक कर्मी बीते 12 अप्रैल से अपनी लंबित मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हैं। फेडरेशन कर्मचारी संगठन एवं बैंक प्रबंधन एक मार्च 2019 को हुए समझौते पत्र को अनुपालन कराए जाने के मुद्दे पर अड़े हुए हैं। इस बीच मुंगेर-जमुई सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक रंजीत कुमार सिंह ने अनिश्चिकालीन हड़ताल तोड़ने व दबाव बनाने के लिए फेडरेशन के दो प्रमुख पदाधिकारियों अध्यक्ष विपिन कुमार एवं सचिव हरिशंकर सुमन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विपिन कुमार लखीसराय शाखा के वरीय प्रबंधक सह ऋण वसूली पदाधिकारी तथा हरिशंकर सुमन मुंगेर मुख्यालय के प्रभारी शाखा प्रबंधक हैं। इन पर कर्तव्यहीनता, अनुसाशनहीनता, आदेश का अवहेलना, नए कर्मचारियों को दिग्भ्रमित करने एवं बैंक व जमाकर्ताओं,(किसानों) के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है। निलंबन की अवधि में विपिन कुमार को बरियारपुर शाखा एवं हरिशंकर सुमन को चकाई शाखा में ड्यूटी लगाई गई है।

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बैंक प्रबंधन पर पहले ही फेडरेशन ने दायर किया वाद

बिहार सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक इम्पलाइज फेडरेशन की मुंगेर इकाई के सचिव हरिशंकर सुमन ने बीते 13 अप्रैल को प्रबंध निदेशक एवं बीसीईओ के खिलाफ मुंगेर सीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया है। दायर वाद में फेडरेशन के सचिव ने कहा है कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर हड़ताल करना उनका संवैधानिक अधिकार है। प्रबंध निदेशक पर हड़ताली कर्मचारियों के करियर खराब करने एवं मुकदमे में फंसाने का भी आरोप है। वादी ने बताया कि हड़ताल की सूचना पूर्व में प्रबंध निदेशक को दी गई है। वे एक मार्च 2019 को हुए समझौता पत्र जो उनके ही हस्ताक्षर से है लागू करने से मुकर रहे हैं। संवैधानिक अधिकारों के तहत ही बैंककर्मी हड़ताल पर हैं। इस बीच फेडरेशन के अध्यक्ष विपिन कुमार ने कहा कि अब उनकी लड़ाई आर-पार की हो गई है। मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।

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