अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने किया अ‌र्घ्य अर्पित

लखीसराय। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को कोरोना संक्रमण के बीच व्रि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:33 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 07:33 PM (IST)
अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने किया अ‌र्घ्य अर्पित
अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने किया अ‌र्घ्य अर्पित

लखीसराय। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को कोरोना संक्रमण के बीच व्रतियों और श्रद्धालुओं ने भगवान भाष्कर की पूजा आराधना की। जिला प्रशासन की मनाही के बावजूद किऊल नदी के विभिन्न घाटों एवं तालाबों पर छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्यदेव को अ‌र्घ्य अर्पित किया। हालांकि काफी संख्या में व्रतियों ने अपने घरों की छतों पर पूजा आराधना की। सोमवार की सुबह उदयाचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित करने के बाद चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न हो जाएगा। स्थानीय किऊल नदी सूख जाने के बाद भी नदी के गड्ढा में जमा पानी में छठ व्रतियों ने आस्था की डुबकी लगाई और भगवान सूर्यदेव की पूजा की। स्थानीय पुरानी बाजार स्थित महावीर स्थान घाट, सूर्यदेव घाट, बजरंगवली घाट, विद्यापीठ चौक घाट, पुरानी बाजार चौक, नया बाजार के पथला घाट, वीर हनुमान घाट, सूर्यनारायण घाट पर किऊल नदी के बीच में जहां-जहां गड्ढे में पानी भरा था वहां छठ व्रतियों ने सूर्यदेव को अ‌र्घ्य अर्पित किया। अ‌र्घ्य के दौरान लोगों की आस्था भारी नजर आई। कहीं भी कोरोना संक्रमण का डर भय नजर नहीं आया। अधिकांश लोग बिना मास्क के ही नजर आए। अ‌र्घ्य के दौरान कहीं भी जिला प्रशासन की गतिविधि बाजार में नजर नहीं आई। किऊल नदी के अलावे नया बाजार में अष्टघटी तालाब में स्थानीय लोगों की अच्छी भीड़ जमा हुई। इस तालाब पर कई महिला पुरुष व्रती सूर्यदेव की आराधना में तल्लीन थे। जिले के ग्रामीण अंचलों में तालाब, पोखर में श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अ‌र्घ्य अर्पित किया।

chat bot
आपका साथी