विरह वेदना जिसे सताती है वे कवि बन जाते हैं : शंभु प्रसाद शर्मा

फोटो 30 एलएचके 8 राजेंद्र राज द्वारा लिखित फुदो चिरैया गयने जो पुस्तक का हुआ लोकार्पण सं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Dec 2020 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 07:08 PM (IST)
विरह वेदना जिसे सताती है वे कवि बन जाते हैं : शंभु प्रसाद शर्मा
विरह वेदना जिसे सताती है वे कवि बन जाते हैं : शंभु प्रसाद शर्मा

फोटो : 30 एलएचके 8

राजेंद्र राज द्वारा लिखित फुदो चिरैया गयने जो पुस्तक का हुआ लोकार्पण

संसू., सूर्यगढ़ा (लखीसराय) : बुधवार को मुख्यालय स्थित सूर्यगढ़ा सेंट्रल स्कूल में 2020 की विदाई तथा नव वर्ष 2021 के अभिनंदन को लेकर कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर फुदो चिरैया गयने जो पुस्तक का लोकार्पण किया गया। अध्यक्षता कवि राम चंदन पासवान ने की जबकि संचालन शिक्षक धीरेंद्र कुमार ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स की सूर्यगढ़ा इकाई के अध्यक्ष रविशंकर प्रसाद सिंह अशोक, सूर्यगढ़ा सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य मुकेश कुमार मिश्रा तथा जनता कॉलेज के पूर्व प्राचार्य राजेन्द्र राज ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर राजेंद्र राज की लिखी मगही पुस्तक 'फुदो चिरैया गयने जो' का लोकार्पण रवि शंकर सिंह अशोक, झाझा के कवि शंभु प्रसाद शर्मा, कवि देवेंद्र, रामचन्द्र पासवान, मनोज कुमार, संजीव अम्बष्ठा ने किया। कवि देवेंद्र प्रसाद सिंह आजाद (जैतपुर) द्वारा नये साल के आगमन पर खुशियों का मिले बौछार.. कविता पाठ किया। कवि शंभु प्रसाद शर्मा ने हास्य व्यंग्य कविता विरह वेदना जिन्हें सताती है वे कवि बन जाते है, मिलती पत्नी का डाटा वे महा कवि बन जाते हैं.. सुनाया। राजेन्द्र राज ने नया साल मुस्कुराए खुशियां हजार लाए, जल दीप फूल महके उम्मीद झील मिलाए.. गजल का गयान किया। संजीव अम्बष्ठा, छात्रा भावना भारती, रामचन्द्र पासवान, मुकेश कुमार मिश्रा, निगम कुमार ने भी कविता पाठ किया।

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