केंद्र के खिलाफ रेल कर्मचारियों ने खोला मोर्चा

लखीसराय। केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:55 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:18 AM (IST)
केंद्र के खिलाफ रेल कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
केंद्र के खिलाफ रेल कर्मचारियों ने खोला मोर्चा

लखीसराय। केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन जागरूकता सप्ताह मना रही है। रेल कर्मचारियों को जागरूक किया जा रहा है। केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए कर्मचारी यूनियन आठ जून को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस मनाए जाने की तैयारी में है। गुरुवार को किऊल स्थित यूनियन कार्यालय में यूनियन के अध्यक्ष दिनेश झा ने कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि लॉकडाउन में रेलकर्मी लगतार अपनी डयूटी पर लगे रहे। रेल कर्मियों ने कोरोना वारियर्स के रूप में काम किया। रेल परिचालन से लेकर स्टेशनों पर सैनिटाइजेशन के लिए दिन-रात लगे रहे। सचिव पी. सुबंधु ने कहा कि केंद्र सरकार से समझौते के बाद भी उनकी मांगें लंबित है। उल्टे मांगे पूरी करने के बजाय सरकार कर्मियों के डीए में कटौती कर रही है। जागरूकता सप्ताह के तहत पहली जून से कर्मचारी यूनियन द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन प्रभावी बनाने के लिए रेल कर्मचारियों को एकजुट किया जा रहा है। यूनियन द्वारा लगातार रेलवे के विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को उनके अधिकार के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की प्रमुख मांगों में सूचकांक वृद्धि के मुताबिक डीए का भुगतान, विपदा के समय काम करने वाले कर्मियों को भविष्य निर्माण एवं एनपीएस के बदले पुराने पेंशन स्कीम को लागू करने, लॉकडाउन अवधि में सभी श्रमिकों का वेतन भुगतान करने, ट्रांसपोर्ट एनाउंस,रनिग भत्ता एवं सीटीए सहित सभी भत्तों के नियमित भुगतान करने, मालिकों के हित श्रम कानून को वापस लेने सहित 16 सूत्री मांग शामिल है।

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