बड़ी आबादी के लिए दैताबांध पर रेलवे फाटक की है जरूरत

लखीसराय। सूर्यगढ़ा एवं चानन प्रखंड की एक बड़ी आबादी को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए दैताबांध

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 07:49 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 07:49 PM (IST)
बड़ी आबादी के लिए दैताबांध पर रेलवे फाटक की है जरूरत
बड़ी आबादी के लिए दैताबांध पर रेलवे फाटक की है जरूरत

लखीसराय। सूर्यगढ़ा एवं चानन प्रखंड की एक बड़ी आबादी को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए दैताबांध संपर्क पथ ही एक मात्र विकल्प है। लेकिन आजादी के इतने वर्षों के बाद भी किसी जनप्रतिनिधि ने यहां पर रेलवे फाटक बनाने की दिशा में पहल नहीं की। इस कारण लोग अब भी अवैध रेलवे क्रा¨सग से होकर आवागमन करते हुए रेलवे की नजर में अपराधी बने हुए हैं। रेलवे इसे अपना फाटक नहीं मानता है और दर्जन भर गांव के लोगों को धनौरी स्टेशन या फिर एनएच 80 पर पहुंचने के लिए दूसरा सड़क मार्ग नहीं है। रेलवे बार-बार इस फाटक को बंद करके लोगों के मार्ग का अवरुद्ध करता है। वहीं जिला प्रशासन, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि को इससे मतलब नहीं रहता है। यही कारण है कि दैताबांध पर रेलवे समपार फाटक बनाने को दिशा में प्रगति शून्य है। बताते चलें की इस सड़क से दो प्रखंड की तीन पंचायत सहित दर्जनों गांव का मुख्य मार्ग है। सूर्यगढ़ प्रखंड के बुधौली बनकर पंचायत के लय, खैरा, धाबोखर, मंझियामा, चंपानगर सहित दस गांव, उरेन पंचायत के उरेन, बसुहार, नवकाडीह, सहूर, ¨सगारपुर पंचायत के शोभनी एवं अमरपुर, चानान प्रखंड के ¨सहचक पंचायत के जगदीशपुर, रामसीर, नारायणपुर सहित दर्जनों गांव की 15,000 आबादी का मुख्य मार्ग दैताबांध पथ ही है।इस क्षेत्र में करीब 20 मतदान केंद्र भी है। फाटक बंद हो जाने से बड़ी आबादी मुख्य हिस्से से कटकर जंगली जीवन जीने को विवश होगी।

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कहती है जनता

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फोटो : 20 एलएचके 3

दैताबांध सड़क मार्ग पर रेलवे फाटक का आश्वासन कई बार इस क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व सांसद ललन ¨सह ने भी दिया है। लेकिन ये बस जुबानी ही रह गई है। इसे लेकर जमीनी स्तर पर नहीं कुछ किया गया है। यही वजह है लोगों का आवागमन रेलवे कभी भी बंद कर सकता है।

- मृत्युंजय कुमार फोटो : 20 एलएचके 4

इस सड़क के माध्यम से दो राजकीय तीर्थ स्थल ज्वालप्पा स्थान व श्रृंगीऋषि धाम जुड़ा हुआ है। वहां बाहरी श्रद्धालु भी जाते हैं। यही दैताबांध सड़क ही एक मुख्य मार्ग है जो कि एनएच 80 से तीर्थस्थान तक लेकर जाती है। इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है।

- रंजीत कुमार कैलू फोटो : 20 एलएचके 5

सरकारी खजाने से करोड़ों के लागत से दैताबांध सड़क का टेंडर पास होता है और सड़क निर्माण का कार्य पूरा होता है। वहीं दूसरी तरफ रेलवे इस सड़क मार्ग को अवैध मानती है। आखिर जनता करे तो क्या करे। उन्हें तो सड़क का विकास चाहिए। क्रॉ¨सग पर समपार या ओवरब्रिज बनाकर इसका समाधान निकालना होगा।

- राहुल कुमार रोहित फोटो : 20 एलएचके 6

हमलोगों की मूलभूत समस्याओं में से एक है दैताबांध सड़क है। दर्जनों गांव के लोगों का एक मात्र रास्ता यही है जो कि मुख्य मार्ग से जोड़ता है। इस क्षेत्र के हजारों ग्रामीण प्रत्येक दिन अपने जीवन को मौत का दावत दे रहे हैं। रेलवे क्रॉ¨सग पर समपार फाटक या तो ऊपरी पुल का निर्माण अति आवश्यक है।

- कृष्णा कुमार

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