शिवरात्रि के दिन भी मैट्रिक परीक्षा के आयोजन की आलोचना

धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का माध्यमिक शिक्षक संघ ने लगाया आरोप संस. लखीसराय शुक्र

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 05:25 PM (IST)
शिवरात्रि के दिन भी मैट्रिक परीक्षा के आयोजन की आलोचना
शिवरात्रि के दिन भी मैट्रिक परीक्षा के आयोजन की आलोचना

धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का माध्यमिक शिक्षक संघ ने लगाया आरोप संस., लखीसराय : शुक्रवार को महा शिवरात्रि के दिन भी मैट्रिक परीक्षा के आयोजन की आलोचना माध्यमिक शिक्षक संघ ने की है। संघ के उपाध्यक्ष अरविद भारती ने एक बयान जारी करके कहा है कि हिदू विरोधी बिहार की जदयू और बीजेपी की सरकार ने लाख विरोध के बावजूद शुक्रवार को महा शिवरात्रि के दिन मैट्रिक की परीक्षा ली। लाखों परीक्षार्थियों एवं हजारों शिक्षिकाओं की धार्मिक भावनाओं पर ठेस पहुंचाई। उन्हें धर्म और आस्था से रोका गया। परीक्षा में ड्यूटी लगने के कारण पूजा करने में उन्हें व्यवधान हुआ। छात्राएं पूजा-अर्चना नहीं कर पाई और वो उपवास पर रहीं शनिवार को भी पूजा करने के लिए इस धर्म विरोधी और निकम्मी सरकार ने उन्हें रोक दिया। ये छात्राएं और शिक्षिकाएं शुक्रवार के साथ ही शनिवार को भी पूजा-अर्चना नहीं कर सकी। भारती ने कहा कि यह सरकार कहती है कि हम हिदू के पक्षधर हैं लेकिन इससे बड़ा हिदू विरोधी घटना और क्या हो सकती है। अनेक शिक्षा पदाधिकारियों व विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के आग्रह को भी अध्यक्ष आनंद किशोर ने ठेंगा दिखा दिया। उपाध्यक्ष भारती ने सवाल किया कि क्या यह सरकार ईद, मुहर्रम, क्रिसमस, बैशाखी आदि के अवसर पर ऐसा दुस्साहस दिखाएगी, स्पष्ट है कदापि नहीं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि यह सरकार जनता से दूर होती चली जा रही है।

chat bot
आपका साथी