धरातल पर नहीं उतर रही सात निश्चय योजना

टाल क्षेत्र का मुख्यालय है वीरूपुर बावजूद विकास के लिए है लालायित जर्जर लकड़ी के पोल पर खतर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 06:31 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 06:31 PM (IST)
धरातल पर नहीं उतर रही सात निश्चय योजना
धरातल पर नहीं उतर रही सात निश्चय योजना

टाल क्षेत्र का मुख्यालय है वीरूपुर बावजूद विकास के लिए है लालायित

जर्जर लकड़ी के पोल पर खतरे के बीच दौड़ रहा है बिजली के तार संसू., बड़हिया (लखीसराय) : लखीसराय जिला अंतर्गत बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र स्थित पाली पंचायत अंतर्गत वीरूपुर गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना असफल दिख रही है। गांव में पीने को शुद्ध पानी नहीं, गली में पक्की सड़क नहीं है। लगभग चार हजार की आबादी वाला टाल क्षेत्र का यह गांव काफी पुराना है और टाल क्षेत्र का मुख्यालय भी माना जाता है। जिला मुख्यालय से इसकी दूरी 26 तथा प्रखंड मुख्यालय से आठ किलोमीटर है। इस गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क है। यहां विद्युत पोल तो लगे हैं, लेकिन पर्याप्त मात्रा में नहीं है। गांव के कई इलाके में जर्जर लकड़ी के पोल पर तार झूल रहे हैं। वह खतरे को आमंत्रण दे रहा है। कई पोल एवं ट्रांसफार्मर झुके हुए हैं जो कभी भी गिर सकते हैं। जर्जर बिजली का तार आए दिन गिरते रहता है। पेयजल के लिए लोगों को चापाकल एवं कुआं के सहारे ही रहना पड़ता है। इस गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना की शुरुआत की गई है। लेकिन अभी लोगों के घरों में नल का पानी

नहीं पहुंचा है। गांव में बच्चों की शिक्षा के लिए एक बुनियादी मध्य विद्यालय है। स्वास्थ्य सेवा के लिए यहां उपकेंद्र है जिसकी हालत ठीक नहीं है। ग्रामीण इलाज के लिए ग्रामीण डॉक्टर के भरोसे हैं। या फिर बड़हिया जाते हैं। वार्ड संख्या 13 में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है।

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कोट ::: पाली पंचायत के वार्ड नंबर-13 में घर में नल का जल नहीं पहुंचा है। गली का नाली खुला है जिसमें रात को अक्सर बुजुर्ग-बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं। गली का पक्कीकरण भी नहीं किया गया है। पंचायती राज व्यवस्था में भी गांव उपेक्षित है।

- दिलीप कुमार झा, ग्रामीण

------------------- हम गरीब लोग हैं। बीपीएल में नाम भी है, लेकिन हमें प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला है। किसी तरह गुजारा करते हैं। बरसात के दिनों में काफी कठिनाई होती है। विकास एवं सरकारी लाभ के नाम पर उन लोगों के साथ उपेक्षा की जाती है।

विपिन झा, ग्रामीण

----------------------- वार्ड संख्या-14 में अभी भी पेयजल के लिए चापाकल एवं कुआं के सहारे ही रहना पड़ता है। यहां हर घर-नल का जल योजना का बोरिग नहीं हुआ है। मोहल्ला में एक सामुदायिक भवन है जो काफी जर्जर है। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है। बाहर का पानी भी अंदर आ जाता है।

- संजीत साव, ग्रामीण

--------------------- वार्ड नंबर-14 में कच्ची गली है। गली का पक्कीकरण नहीं हुआ है। नाला नहीं रहने के कारण घर का गंदा पानी बाहर फेंकना पड़ता है। अधिकतर चापाकल खराब है। जल निकासी के साथ ही पेयजल की समस्या से वे लोग जूझ रहे हैं।

- मनोज गुप्ता, ग्रामीण

------------------------- मेरी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है। बावजूद मुझे वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिल पाता है। जनप्रतिनिधियों का भाव उपेक्षा की रही है। विकास को लेकर भी उनका वार्ड उपेक्षा का शिकार है। जन वितरण की दुकान से खाद्यान्न भी हर माह नहीं मिलता है।

- सरयुग पासवान, ग्रामीण

----------------------- पेयजल के लिए सात निश्चय योजना के तहत वीरूपुर में कार्य चल रहा है। वार्ड संख्या 12 एवं 13 में बोरिग कराया गया है। टॉवर बनाने एवं पाइप बिछाने का कार्य चल रहा है। निर्माण हो जाने के बाद जल्द ही चालू हो जाएगा। वार्ड संख्या-14 में जमीन उपलब्ध नहीं हो रही है, उपलब्ध होने के बाद कार्य शुरू हो जाएगा। गली नाली पक्कीकरण का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।

- अनिता देवी, मुखिया, पाली पंचायत

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