अपहृत भाकपा कार्यकर्ता का नहीं मिला कोई सुराग
एनटीपीसी में जमीन देने के एवज में भाकपा कार्यकर्ता को मिली है मोटी रकम फिरौती के लिए अपह
एनटीपीसी में जमीन देने के एवज में भाकपा कार्यकर्ता को मिली है मोटी रकम
फिरौती के लिए अपहरण किए जाने की आशंका, डीआइजी ने शुरू की है जांच संवाद सहयोगी, पीरी बाजार (लखीसराय) : पीरी बाजार थाना क्षेत्र के घोघी गांव से शुक्रवार की शाम दो मोटरसाइकिल पर सवार पांच की संख्या में आए सशस्त्र अपराधियों द्वारा घोघी निवासी भाकपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मदन मोहन सिंह का अपहरण किए जाने के बाद गांव में दहशत व्याप्त है। कुछ लोग इसे नक्सली घटना तो कुछ लोग इसे फिरौती के लिए अपराधियों द्वारा किए गए अपहरण की घटना मान रहे हैं। पुलिस भी दोनों बिदु पर काम कर रही है। पुलिस को अभी कोई सुराग हाथ नहीं आया है। हालांकि बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर पुलिस शनिवार को दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शनिवार को मुंगेर के डीआइजी मनु महाराज पीरी बाजार थाना पहुंचकर मामले की जानकारी ली। वे घोघी गांव जाकर अपहृत के स्वजनों से मिलकर घटना और संभावना की जानकारी ली। एक वरीय पुलिस पदाधिकारी की मानें तो अपराधियों द्वारा फिरौती के लिए मदन मोहन सिंह का अपहरण किए जाने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। पुलिस हरियाणा के मार्बल व्यवसायी अपहरण कांड के मुख्य आरोपित स्थानीय रंजीत मंडल गिरोह के शामिल होने की संभावना को लेकर भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि एनटीपीसी में जमीन देने के एवज में मदन मोहन सिंह को सरकार की ओर से मोटी रकम मिली है। इसको लेकर रंजीत मंडल गिरोह द्वारा भी उनका अपहरण किया जा सकता है। इधर पीरी बाजार थानाध्यक्ष गजेंद्र कुमार ने बताया कि इस संबंध में स्वजन के द्वारा थाना में आवेदन नहीं देने के कारण किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जा सका है। पुलिस वरीय पदाधिकारियों के निर्देशन में कार्रवाई की जा रही है।