एपीएचसी मेदनी चौकी को खोजने निकली स्वास्थ्य विभाग की टीम

मृत्युंजय मिश्रा लखीसराय ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ और सुलझे हुए अधिकारियों में शुमार जिलाधिक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 07:40 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 07:40 PM (IST)
एपीएचसी मेदनी चौकी को खोजने निकली स्वास्थ्य विभाग की टीम
एपीएचसी मेदनी चौकी को खोजने निकली स्वास्थ्य विभाग की टीम

मृत्युंजय मिश्रा, लखीसराय : ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ और सुलझे हुए अधिकारियों में शुमार जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह बेपटरी चल रहे स्वास्थ्य विभाग को पटरी पर लाने की सारी कवायद कर रहे हैं। इस कारण वर्षों से इस विभाग में जमा जंग धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। बावजूद विभाग में व्याप्त अराजकता, मैनेज सिस्टम से ड्यूटी और बिना ड्यूटी किए हाजिरी बनाने की व्यवस्था समाप्त नहीं हो रही है। आश्चर्य तो इस बात की है कि जिले के सूर्यगढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) वंशीपुर मेदनी चौकी वर्षों से कागज पर संचालित हो रहा है। यहां चिकित्सक भी पदस्थापित हैं लेकिन वे कहां ड्यूटी करते हैं इसकी जानकारी सिर्फ विभाग के पदाधिकारियों को ही है। स्थानीय लोगों को पता ही नहीं है कि वहां कोई अस्पताल भी है।

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विभागीय पदाधिकारी ने माना अस्पताल है संचालित डीएम संजय कुमार सिंह को जब इसकी जानकारी मिली तो वे हैरान रह गए। तुरंत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. धीरेंद्र कुमार को फोन घुमाया और एपीएचसी मेदनी चौकी को लेकर संबंधित सवाल किया। इस पर डा. धीरेंद्र ने स्वीकार्य किया कि उक्त अस्पताल संचालित है। इस पर डीएम ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मेदनी चौकी कहां संचालित है। कितने चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी पदस्थापित हैं आदि का भौतिक सत्यापन करके भेजने को कहा। डीएम के इस आदेश के बाद सूर्यगढ़ा के मेडिकल अफसर के हाथ-पांव फूलने लगे। चूंकि उक्त अस्पताल धरातल पर संचालित है ही नहीं।

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अस्पताल भवन है नहीं पर दो डाक्टर हैं पदस्थापित एपीएचसी मेदनी चौकी वर्षों से जमीन और मकान के अभाव में संचालित नहीं हो पा रहा है। बावजूद कागज पर इसका संचालन जारी है। सीएचसी से ही डाक्टर की प्रतिनियुक्ति करके कोरम भी पूरा किया जाता रहा है। अब हाल के दिनों में यहां डाक्टर कुमारी विनिता एवं डा. मेधा प्रसाद का पदस्थापन विभाग ने किया है। दोनों डाक्टर सात सितंबर 2021 को योगदान भी कर चुकी हैं। दोनों ड्यूटी कहां कर रही हैं यह सिर्फ विभाग को पता है।

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आयुर्वेदिक अस्पताल में खुलेगा एपीएचसी जिलाधिकारी को जब इस बात की पक्की जानकारी मिल गई कि विभाग के लोग ही इस मामले में घालमेल कर रहे हैं तो उन्होंने तत्काल आदेश दिया कि मेदनी चौकी में आयुर्वेदिक अस्पताल का अपना सरकारी भवन और जमीन है और उसमें ही एपीएचसी का संचालन शुरू करें। चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी की सेवा लें और इस इलाके के लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराएं। उन्होंने चिकित्सा पदाधिकारी से तत्काल संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आदेश दिया।

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चिकित्सा पदाधिकारी व बीएचएम ने की जांच डीएम के सख्त आदेश के बाद गुरुवार के सूर्यगढ़ा सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. धीरेंद्र कुमार एवं बीएचएम अनिल कुशवाहा ने पानी टंकी रोड स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल भवन और परिसर का निरीक्षण करके एपीएचसी संचालन के लिए उपयुक्त बताया। जरूरी आधारभूत संरचना को डेवलप करके यहां एपीएचसी का संचालन किया जाएगा। बीएचएम ने बताया कि जल्द ही एपीएचसी अस्तित्व में आ जाएगा।

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चिकित्सक के स्थानांतरण के कारण बंद है आयुर्वेदिक अस्पताल मेदनी चौकी में दशकों से आयुर्वेदिक अस्पताल है। चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी से लेकर रात्रि प्रहरी और अन्य कर्मी भी थे। कुछ वर्ष पूर्व ही चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी का स्थानांतरण हो गया जबकि रात्रि प्रहरी सेवानिवृत्त हो गए। तब से यह अस्पताल बंद है और भवन उपेक्षित है। अस्पताल परिसर का अतिक्रमण कर लिया गया है और जो भू-भाग बचा हुआ है उसको स्थानीय लोगों ने तबेला बना रखा है। गाय-भैंस का बथान के रूप में इसे देखा जा सकता है।

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फोटो : 12 एलएचके 7

कोट एपीएचसी मेदनी चौकी का संचालन वहां स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल भवन में किया जाएगा। इसके लिए विभागीय पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए रिपोर्ट मांगी गई है। वहां पदस्थापित दोनों डाक्टर की सेवा विभाग कहां ले रहा है इसकी भी जांच कराई जा रही है। जरूरी संसाधन और आधारभूत संरचना उपलब्ध कराकर इस एपीएचसी को अस्तित्व में लाया जाएगा। इससे वहां के लोग लाभान्वित हो सकेंगे। संजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी, लखीसराय

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