समाजसेवी डॉ. किरण शर्मा का निधन, शोक की लहर
लखीसराय। देश स्तर पर समाज सेवी के रूप में प्रसिद्ध रहीं डॉ. किरण शर्मा (91) का निधन हो गया
लखीसराय। देश स्तर पर समाज सेवी के रूप में प्रसिद्ध रहीं डॉ. किरण शर्मा (91) का निधन हो गया है। उन्होंने अपनी अंतिम सांस पश्चिम बंगाल के दार्जिलिग स्थित कर्सियांग स्थित आवास पर ली।
वे पिछले एक महीने से दिल की बीमारी से लड़ रहीं थीं। लखीसराय स्थित प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान बालिका विद्यापीठ के संस्थापक द्वय वृजनंदन शर्मा एवं विद्या देवी की प्रथम पुत्री डॉ. किरण शर्मा थीं। उनके निधन पर स्थानीय बालिका विद्यापीठ में शोक व्यक्त किया गया। संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आलोक राज ने कहा कि उनका मार्गदर्शन हर समय मिलते रहता था। उनकी कमी पूरी नहीं की जा सकती है। प्राचार्य शैलेंद्र कुमार ने कहा कि पूरे जीवन समाज सेवा में लगी रहीं डॉ. किरण शर्मा को भगवान अपने श्रीचरणों में स्थान दें। उनकी भतीजी सह बालिका विद्यापीठ की मानद मंत्री सुगंधा शर्मा ने कहा कि उम्र के अंतिम पड़ाव में भी डॉ. शर्मा लोगों की सेवा से अपने कदम को पीछे नहीं मोड़ा। अपने पिता की संस्था बालिका विद्यापीठ की भी वो मदद करती थीं। अपने तीनों छोटे भाई एवं उनके पुत्र-पुत्रियों को उनसे मां का प्यार मिलता रहा। ऐसे सौम्य, विनम्र, प्रतिभाशाली और मजबूत व्यक्तित्व के चले जाने से बालिका विद्यापीठ भी खुद को अकेला महसूस कर रहा है। जानकारी हो कि डॉ. किरण ने अपनी स्कूली शिक्षा पूणे से पूरी की जबकि इंटर विज्ञान की पढ़ाई चेन्नई से की। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की। इसके बाद छात्रवृत्ति के बल पर इंग्लैंड गई। जिस समय लड़कियों को प्रारंभिक शिक्षा देने का भी चलन नहीं था उस समय उनका ये कदम क्रांतिकारी माना गया था। वर्षों तक वहां रहने के बाद वह भारत आईं और अंतत: कर्सियांग को कर्मभूमि बनाया। उनके अपने बच्चे नहीं थे इसलिए उन्होंने चाय बागान और कर्सियांग के निर्धनों की निश्शुल्क चिकित्सा को अपना लक्ष्य बनाया और वहां के लोगों की सेवा में जीवन लगा दिया।