बड़हिया बाजार में दुकानदारों की मनमानी से जाम
लखीसराय। बड़हिया नगर में यातायात की बदहाल व्यवस्था है। दुकानदार मनमानी करके सड़क पर वाह
लखीसराय। बड़हिया नगर में यातायात की बदहाल व्यवस्था है। दुकानदार मनमानी करके सड़क पर वाहनों को खड़ा करके लोडिग-अनलोडिग करते हैं। इससे जाम की स्थिति रोज बनी रहती है। रविवार को भी ऐसे ही हालात थे। आवश्यक सेवाओं की दुकानों को छोड़कर अन्य दुकानें जिला प्रशासन के आदेश पर बंद रही। बावजूद दुकानदारों की मनमर्जी कायम रही। श्री कृष्ण चौक के समीप आलू, प्याज, आटा, चीनी, मैदा आदि किराना सामान की बड़ी-बड़ी दुकानं हैं। मुख्य सड़क पर यहां यूं ही रोज जाम का नजारा रहता है। ऊपर से सामानों की अनलोडिग से हर तबका परेशान रहता है। वाहनों की पार्किंग बनाने के लिए नगर पंचायत ने कोई पहल नहीं की है। थानाध्यक्ष डीके पांडेय ने बताया कि अगर कोई दुकानदार दुकान के आगे वाहन लगाकर सामान लोड एवं अनलोड करते पकड़े जाएंगे तो वाहन एवं दुकानदार पर कार्रवाई होगी। सामान लोड या अनलोड रात 10 बजे से लेकर सुबह छह बजे तक के बीच कर सकते हैं।
परसावां गांव में 48 घंटे से बिजली गुल, विभाग के प्रति आक्रोश
रामगढ़ चौक प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बिल्लो पंचायत के परसावां गांव में शुक्रवार से ही 11 हजार वोल्ट का विद्युत तार टूट जाने से बिजली बाधित है। इससे गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। गर्मी से भी लोग परेशान हो रहे हैं। बिजली नहीं रहने के कारण एक भी घर का सबमर्सेबुल नहीं चल रहा है। इस भीषण गर्मी में रात भर सभी लोग बिजली नहीं रहने के कारण जाग कर बिता रहे हैं। ग्रामीण सुनील सिंह, ललन सिंह, मुरारी सिंह, मंगल कुमार, मुकुंद सिंह, अशोक सिंह, मुकेश सिंह, राजेश मिस्त्री, भागीरथ मांझी, बुद्धन मांझी आदि ने बताया कि बिजली नहीं रहने से पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। दो किलोमीटर की दूरी पर औरे गांव स्थित पॉवर सब स्टेशन में कई बार मोबइल पर सूचना देने के बाद भी तार को नहीं जोड़ा गया है। इस संबंध में दैनिक जागरण प्रतिनिधि ने शनिवार को ही रामगढ़ चौक प्रखंड जेई विशाल गुप्ता से पूछा था। उन्होंने उसी दिन मिस्त्री को भेजकर तार जुड़वा देने की बात कही थी लेकिन रविवार की शाम तक तार नहीं जोड़ा जा सका। दैनिक जागरण प्रतिनिधि ने रविवार की शाम को बिजली विभाग के जेई विशाल गुप्ता को लगातार चार पांच बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं किया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग के इंजीनियर जनता और कर्तव्य के प्रति कितने जवाबदेह हैं।