न कोरोना का डर, न मास्क पहनने की आदत

लखीसराय । दिल्ली में कोरोना विस्फोट होने के बाद राज्य सरकार अलर्ट है। कोरोना वायरस संक्र

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:28 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:28 PM (IST)
न कोरोना का डर, न मास्क पहनने की आदत
न कोरोना का डर, न मास्क पहनने की आदत

लखीसराय । दिल्ली में कोरोना विस्फोट होने के बाद राज्य सरकार अलर्ट है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर उपाय मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जरूरी है। राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने डीएम-एसपी को अलर्ट करते हुए लोगों से मास्क का उपयोग करने की अपील की है। लेकिन लखीसराय जिले में सरकार और प्रशासन की गंभीरता का कोई असर नहीं है। सरकारी कार्यालयों से लेकर बाजारों में बिना मास्क लगाए लोगों की लापरवाही संक्रमण को दावत दे रही है। जिले में पुलिस की सख्ती और कार्रवाई के बाद ही लोग डर से मास्क पहनेंगे। हालांकि जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में भारी कमी के कारण हर कोई लापरवाह नजर आ रहा है। स्थिति यह है जो जिम्मेदार, पढ़े लिखे लोग हैं जिनको संक्रमण के बारे में पूरी जानकारी है वे भी बिना मास्क के घूम रहे हैं। सरकारी विद्यालयों, कॉलेजों, कोचिग संस्थानों में तो लापरवाही की हद पार हो चुकी है। हर कोई कोरोना से डरता जरूर है मगर मास्क पहनना अपनी शान के खिलाफ समझ रहे हैं। सदर अस्पताल में भी बरती जा रही लापरवाही, खतरे की आशंका

कोरोना संक्रमण के प्रति स्वास्थ्य विभाग कितना संवेदनशील है। मंगलवार को इसकी पड़ताल जब सदर अस्पताल लखीसराय में की गई तो पाया कि कोरोना संक्रमण से बचाव का पाठ पढ़ाने वाले स्वास्थ्य कर्मी खुद बिना मास्क के घूमते नजर आए। अस्पताल के गार्ड से लेकर अधिकांश मरीज बिना मास्क के नजर आए। ओपीडी में मौजूद चिकित्सक तो मास्क लगाए हुए थे। दवा काउंटर पर फार्मासिस्ट बिना मास्क लगाए मरीजों को दवा देते नजर आए। सदर अस्पताल के बाहरी हिस्से में बने कोरोना क्लीनिक के बदले अस्पताल के अंदर जहां ओपीडी मरीजों की भीड़ रहती है। वहीं कमरा नंबर 13 में कोरोना जांच किया जा रहा है। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ओपीडी की ड्यूटी कर रहे कई चिकित्सकों ने कहा कि हमलोग मरीज को संक्रमण से बचने का उपाय क्या बताएंगे। हमलोगों को खुद अस्पताल के अंदर जांच से संक्रमण का डर बना रहता है। सदर अस्पताल की व्यवस्था का हाल यह है कि कहीं भी हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था तक नहीं है। अस्पताल के अंदर और बाहर नर्स, मरीज सभी बिना मास्क के घूमते नजर आते हैं।

chat bot
आपका साथी