आदेशपाल के भरोसे चल रहा केएसएस कॉलेज का कार्यालय
लखीसराय । मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर के अधीन केएसएस कॉलेज लखीसराय में शिक्षणेतर कर्मचारियो
लखीसराय । मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर के अधीन केएसएस कॉलेज लखीसराय में शिक्षणेतर कर्मचारियों की भारी कमी है। इस कारण कॉलेज की आंतरिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। तृतीय श्रेणी के कुल स्वीकृत पद 31 और चतुर्थ श्रेणी के कुल 26 सहित कुल 47 स्वीकृत पद के विरुद्ध वर्तमान में तीन आदेशपाल और एक मात्र लिपिक कार्यरत हैं। आदेशपाल किरानी बनकर कॉलेज का कार्यालय चला रहे हैं। इंटर में नामांकन से लेकर 12 वीं कक्षा का परीक्षा फॉर्म भरने सहित कार्यालय का अन्य कार्य भी आदेशपाल कर रहे हैं। मानव बल की कमी से आंतरिक व्यवस्था चरमराई कॉलेज में तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की कमी रहने के कारण आंतरिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कॉलेज की स्थापना के बाद विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम चरण में शिक्षणेतर कर्मचारियों के कुल 10 पद 1970 में स्वीकृत किया गया था। इसके बाद वर्ष 2000 में हाईकोर्ट के आदेश पर विश्वविद्यालय की प्रशासिका समिति द्वारा 47 शिक्षणेतर कर्मचारी के पद की स्वीकृति महाविद्यालय की आवश्यकता को ध्यान में रखकर प्रदान की गई थी। 31 अगस्त 2020 के बाद केएसएस कॉलेज में एकमात्र तृतीय वर्गीय कर्मचारी कमल किशोर और तीन चतुर्थवर्गीय कर्मचारी अजय कुमार, संतोष कुमार और नेपाली सिंह ( तीनों आदेशपाल) कार्यरत हैं। इसमें एक कर्मी 2021 में सेवानिवृत्त होंगे। महाविद्यालय में न तो रात्रि प्रहरी है और न ही साफ-सफाई करने के लिए स्वीपर कार्यरत है। आदेशपाल कर रहे लेखा लिपिक का काम महाविद्यालय में लेखा शाखा में कोई कर्मी नहीं है। प्रभारी प्राचार्य ने आदेशपाल संतोष कुमार को लेखा लिपिक के पद पर कार्य करने की अनुमति दी है। तृतीय वर्गीय कर्मचारी कमल किशोर को प्रधान सहायक नामित करते हुए कॉलेज का कार्य निष्पादन करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा आदेशपाल अजय कुमार को भी इंटर में नामांकन एवं अन्य कार्यों में लगाया गया है। आदेशपाल नेपाली सिंह रात्रि प्रहरी की ड्यूटी के अलावा बैंक का कार्य करते हैं। आदेशपाल संतोष कुमार एवं अजय कुमार कहते हैं कि कॉलेज में लिपिकीय संवर्ग में कर्मचारी के नहीं रहने से काफी परेशानी होती है। एक ही कर्मी को फॉर्म जमा करने, रसीद काटने, जमा शुल्क को सुरक्षित बैंक में जमा करना पड़ता है। जितनी देर बैंक में रहते हैं उतनी देर काउंटर बंद रहता है। इससे छात्रों को परेशानी उठानी पड़ती है। प्रभारी प्रधान सहायक कमल किशोर बताते हैं कि कॉलेज में शिक्षणेतर कर्मचारी का सभी पद रिक्त है। इस कारण कार्य करने में परेशानी हर रोज उठानी पड़ रही है। कोट महाविद्यालय में शिक्षणेतर कर्मचारियों की कमी है। इस कारण विश्वविद्यालय एवं अन्य संस्थानों से आए पत्रों का जवाब ससमय तैयार करने में परेशानी होती है। कार्यालय कार्य में हो रही परेशानी को देखते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र लिखकर पूर्व में स्वीकृत लेखापाल, कार्यालय सहायक, पीटीआई, कंप्यूटर ऑपरेटर, नाइट गार्ड, स्वीपर, पुस्तकालयध्यक्ष एवं दाई के एक-एक पद पर एवं आदेशपाल के पांच पद पर यथाशीघ्र नियुक्ति करने की मांग की है।
डॉ. महेश प्रसाद सिंह, प्रभारी प्राचार्य, केएसएस कॉलेज, लखीसराय