लाखों खर्च के बाद भी आयरनयुक्त पानी पीने को विवश हो रहे ग्रामीण
किशनगंज। आजादी के दशकों बीत जाने के बाद भी बहादुरगंज नगरवासी काला पानी की सजा भुगत रहे हैं। नगर क्षेत्र सहित प्रखंड क्षेत्र के पानी में अत्यधिक आयरन आर्सेनिक और अन्य तत्व पाए जाने के कारण यह पानी पीने योग्य नहीं माना जाता है।
किशनगंज। आजादी के दशकों बीत जाने के बाद भी बहादुरगंज नगरवासी काला पानी की सजा भुगत रहे हैं। नगर क्षेत्र सहित प्रखंड क्षेत्र के पानी में अत्यधिक आयरन आर्सेनिक और अन्य तत्व पाए जाने के कारण यह पानी पीने योग्य नहीं माना जाता है।
बहादुरगंज नगर और प्रखंडवासी ऐसे पानी को पीने को विवश हैं। आयरनयुक्त पानी पीने के कारण पेट संबंधित बीमारियों से ज्यादातर लोग ग्रसित हो रहे हैं। बहादुरगंज नगर पंचायत का गठन होने के बाद से ही स्वच्छ जल की मांग लोगों के द्वारा उठाई जाती रही है, परंतु यहां के जनप्रतिनिधि चुनावी वादों की तरह बोलकर भूल जाते हैं।
मुख्यमंत्री सात निश्चय में हर घर जल नल योजना की घोषणा से नगर एवं प्रखंड क्षेत्र के लोगों में शुद्ध पेयजल को लेकर एक आस जगी थी। इस योजना के चालू होने के बाद भी बहादुरगंज नगर क्षेत्र में पेयजल को लेकर कोई खास बदलाव नहीं देखा जा रहा है। योजना को पूर्ण करने के लिए संवेदकों के मनमाने और धीमी रफ्तार से कार्य किए जाने के कारण अब तक पूरे नगर क्षेत्र में नल-जल योजना का कार्य सुचारू रूप से चालू नहीं हो सका है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि कार्य जल्द ही संपन्न हो जाएगा। हालांकि स्थानीय बुद्धिजीवी लोगों की मानें तो नगर के कई वार्डों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य जोर शोर से शुरू तो किया गया था परंतु समय के साथ-साथ काम की रफ्तार काफी धीमी होती चली गई। अभी भी कई वार्डों में पाइप लाइन का कार्य आधा-अधूरा ही किया गया है। जब तक काम पूरा नहीं हो जाता और नल से शुद्ध पेयजल आने नहीं लगता तब तक योजना पर विश्वास नहीं है। इस संबंध में नगर कार्यपालक पदाधिकारी रामविलास दास ने बताया कि नगर के 18 वार्डों में से लगभग तीन वार्डों में हर घर नल जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल ग्रामीणों को मिलना प्रारंभ हो चुका है। अन्य वार्डों में भी कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है जल्द ही पूरे नगर क्षेत्र में शुद्ध पेयजल लोगों को मिलना प्रारंभ हो जाएगा।