ठाकुरगंज में दिया जा रहा मशरूम की खेती करने का प्रशिक्षण
किशनगंज। बीज गुणन प्रक्षेत्र परिसर स्थित कृषि फॉर्म हाउस सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय प
किशनगंज। बीज गुणन प्रक्षेत्र परिसर स्थित कृषि फॉर्म हाउस सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय पांच दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई। बीडीओ श्रीराम पासवान, जिला उद्यान के सहायक निदेशक डॉ. रजनी सिन्हा, कृषि विज्ञानी डॉ. इरैया, प्रभारी बीएओ धर्मवीर प्रसाद व उप प्रमुख गुलाम मोहिउद्दीन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस दौरान बीडीओ ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक खेती के अलावा किसानों को अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थों का उत्पादन कर आमदनी को बढ़ाना है। इससे भूमिहीन कृषक भी स्वरोजगार सृजित कर सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शत प्रतिशत महिला किसानों की मौजूदगी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह खेती किसानी के लिए बेहतर संकेत है।गांव की महिला किसान मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। मशरूम का उत्पादन काफी कम पूंजी में कर सकते है। बिक्री के लिए यहां के किसानों के लिए पर्याप्त बाजार भी उपलब्ध है, जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी।
सहायक निदेशक डॉ. रजनी सिन्हा ने बताया कि बाजार में मशरूम की केवल एक प्रजाति बटन मशरूम देखने को मिलती है। लेकिन भारत की जलवायु के अनुसार किसान मशरूम की तकरीबन छह प्रजाति का उत्पादन कर सकते हैं। मशरूम का फसल 12 महीने की जा सकती है। क्षेत्र में मशरूम की पैदावार कम हो रही है, इसके कई कारण है। जिसमें से एक तो यह कि किसानों को इसकी जानकारी बहुत कम है और दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण यह कि लोग मशरूम खाना पसंद नहीं करते हैं। इस कारण किसानों का भी मशरूम के पैदावार की ओर रुझान कम है।
डॉ. कलाम कृषि कॉलेज के कृषि विज्ञानी डॉ. इरैया ने बताया कि प्रशिक्षण के उपरांत समस्त प्रतिभागी किसानों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। मशरूम की बात करें तो इसमें 70 फीसद प्रोटीन की मात्रा है जिसमें से 65 फीसद प्रोटीन शरीर में पहुंचता है। मशरूम हमारे शरीर में 90 फीसद पानी की कमी को पूरा करने में भी कारगर है। इस प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं की सहभागिता अधिक पाई गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड उद्यान पदाधिकारी पंकज कुमार, आत्मा के सहायक तकनीकी प्रबंधक सुदीप कुमार, कृषि समन्वयक संजीव कुमार सिंह, मंजर अनीस, जितेंद्र कुमार, संजय पोद्दार समेत महिला प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहीं।