किशनगंज में खंगाला जा रहा आतंकी के पासपोर्ट की कुंडली

किशनगंज । किशनगंज के पते पर पासपोर्ट बनाकर देश में आतंकी साजिश रच रहे पाकिस्तान के प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:20 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:20 PM (IST)
किशनगंज में खंगाला जा रहा आतंकी के पासपोर्ट की कुंडली
किशनगंज में खंगाला जा रहा आतंकी के पासपोर्ट की कुंडली

किशनगंज । किशनगंज के पते पर पासपोर्ट बनाकर देश में आतंकी साजिश रच रहे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत निवासी मोहम्मद अशरफ का किशनगंज कनेक्शन का कुंडली खंगालने में पुलिस जुट गई है। आतंकी के पास से बरामद पासपोर्ट में किशनगंज का पता होने की बात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। आतंकी का पासपोर्ट संबंधित जानकारी के लिए पुलिस कार्यालय के विदेशी शाखा में दिनभर हलचल रही। कई पुरानी फाइल को निकाला गया और आतंकी के दो नाम मोहम्मद अशरफ और अली अहमद नूरी के नाम के पासपोर्ट दस्तावेज को खंगाला गया। आखिर किशनगंज जिला के किस पते पर वह पासपोर्ट बनवाया था। पासपोर्ट बनाने के लिए कई दस्तावेज की आवश्यकता होती है वह दस्तावेज भी वह फर्जी तरीके से किस-किस जगह से हासिल किया। बताया जाता है कि भारत में प्रवेश करने पर वह पहला पहचान पत्र भारतीय के रूप में किशनगंज जिला से ही प्राप्त किया था। फिलहाल पुलिस को इस संबंध में कुछ विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस भी अभी तक फाइल खंगाल रही है। आतंकी मामला होने के कारण स्थानीय पुलिस भी जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं।

इस घटना के सामने आने के बाद सीमावर्ती क्षेत्र में आतंकी को पनाह देने वाले स्लीपर सेल की सक्रियता से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। सक्रिय स्लीपर सेल की मदद से ही पासपोर्ट तैयार करने में उसे मदद मिला। जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर आतंकी को उपलब्ध कराया जिस आधार पर उसे पासपोर्ट मिला। घटना के बाद बांग्लादेश और नेपाल सीमा से सटे जिला में पुलिस अलर्ट मोड में है।

सवालों के घेरे में पासपोर्ट सत्यापन करने वाले अधिकारी::

प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंकी के पास से बरामद पासपोर्ट 2014 का है। इसको लेकर कई सवाल उठने लगा है आखिर जिस भी थाना क्षेत्र में उसका पता था और उसका पासपोर्ट का वेरिफिकेशन किया गया क्या उसकी सत्यता की जांच की गई। आखिर किस पुख्ता आधार पर अधिकारी पासपोर्ट को सत्य पाते हुए उसे पासपोर्ट की अनुमति दे दी। उसने पासपोर्ट तैयार करने में कौन-कौन सा दस्तावेज संलग्न किया था। आवासीय एवं जन्म प्रमाण पत्र के साथ शैक्षणिक योग्यता सहित सारा दस्तावेज आखिर वो फर्जी तरीके से कहां से प्राप्त किया। जांच में परत दर परत सब कुछ खुलेगा और ऐसे लापरवाह अधिकारी के भी नाम सामने आएंगे और उसे स्थानीय स्तर पर पनाह देने वाले की पहचान भी उजागर होगी। मामले में विदेशी शाखा के नोडल पदाधिकारी मुख्यालय डीएसपी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि जांच कर फाइल को खंगाला जा रहा है। मुख्यालय से जो भी निर्देश प्राप्त होगा उस अनुसार आगे काम किया जाएगा। इस संबंध में प्रक्षेत्र आइजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि मामले में पुलिस मुख्यालय से कोई खास गाइडलाइन नहीं मिला है। स्थानीय स्तर पर जांच की जा रही है। सुरक्षा को लेकर क्षेत्र में पुलिस अलर्ट मोड में है।

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