स्कूली छात्र ने फांसी लगाकर की खुदकुशी
किशनगंज। ठाकुरगंज में पदस्थापित रेलवे टेक्नीशियन के नाबालिग बेटे के द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है।
किशनगंज। ठाकुरगंज में पदस्थापित रेलवे टेक्नीशियन के नाबालिग बेटे के द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है।
सोमवार की शाम शहर के डुमरिया भट्टा स्थित किराए के मकान में 15 वर्षीय राघव कुमार चौधरी, पिता सत्येंद्र नारायण चौधरी का शव फांसी के फंदे से झूलता हुआ पाया गया। घटना के वक्त राघव घर में अकेला था। पिता ड्यूटी करने ठाकुरगंज गए थे जबकि मां जरूरी सामान की खरीदारी करने बाजार गई थी।
बाजार से लौटने के बाद जब मां ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो वह बंद मिला। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो मां आशंकाओं से घिर गई। आस पड़ोस के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। राघव का शव फांसी के फंदे से झूल रहा था। लोगों ने आनन:फानन में उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। स्वजनों ने जिदा होने की आस में राघव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां डयूटी पर तैनात चिकित्सक ने जांचोपरांत उसे मृत घोषित कर दिया, परंतु परिजन चिकित्सक की जांच रिपोर्ट को मानने के लिए राजी नहीं थे। नतीजतन स्वजन उसे लेकर एमजीएम मेडिकल कॉलेज गये। जहां चिकित्सक के द्वारा राघव को मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद मृतक के पिता व रेल कर्मी सत्येंद्र नारायण चौधरी को घटना की जानकारी दी गई। वे देर रात ठाकुरगंज से किशनगंज पहुंचे। स्वजन ने बताया कि राघव बालमंदिर स्कूल का छात्र है। उसकी पढ़ाई के लिए किशनगंज में किराए में मकान लेकर परिवार रहते हैं। मूलत: मधुबनी जिला के निवासी पिता डयूटी के बाद किशनगंज लौट आते थे। राघव उनका इकलौता बेटा था और पढ़ाई में भी काफी अच्छा था। पढ़ाई के लिए ही डुमरिया भट्ठा में परिवार किराए के मकान में रहता था। घटना की जानकारी मिलते ही टाउन थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और परिजनों से पूछताछ कर मामले की जांच में जुट गई। मंगलवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।