जर्जर भवन में संचालित हो रहा एसएफसी गोदाम

किशनगंज। कोचाधामन प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। गोदाम इस क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 05:53 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 05:53 PM (IST)
जर्जर भवन में संचालित हो रहा एसएफसी गोदाम
जर्जर भवन में संचालित हो रहा एसएफसी गोदाम

किशनगंज। कोचाधामन प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। गोदाम इस कदर जर्जर हो चुका है कि कभी भी वहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दरअसल अनाज भंडारगृह की स्थिति काफी दयनीय होने के कारण काम करने वाले मजदूर भी भयभीत रहते हैं।

लेबर यूनियन के प्रतिनिधि मजहरुल हक का कहना है कि स्थानीय विधायक और विभाग से सड़क और भंडारगृह की मरम्मत कराने की मांग की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं किया जा सका। अनाज लोड-अनलोड करने के दौरान हमेशा डर लगा रहता है कि भंडार गृह कब धराशायी न हो जाए। आगे का ऊपरी हिस्सा टूट-टूटकर गिर रहा है, कई बार हम मजदूरों को गंभीर चोटें भी आई है। परिवार के भरण-पोषण का सवाल है, इसलिए जान में जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर हैं।

बताते चलें कि राज्य सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा कोचाधामन प्रखंड में 500 मीट्रिक टन क्षमता के भंडार गृह का निर्माण दिसंबर, 2012 में कराया गया था, लेकिन गोदाम तक पहुंचने के लिए सड़क की सुविधा नहीं है। साथ ही बरसात के समय गोदाम चारों ओर से जलमग्न और कीचड़मय बना रहता है। जिसके कारण ट्रक चालकों को किशनगंज सीडब्ल्यूसी गोदाम से ट्रक द्वारा अनाज लेकर पहुंचाने में गोदाम तक काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान अनाज भरा ट्रक गोदाम तक पहुंचने से पहले कीचड़ के कारण कई दिनों तक फंसा भी रह जाता है और गाड़ी निकालने के लिए दूसरे ट्रक का सहारा लेना पड़ता है। इन सारी कठिनाइयों को लेकर ट्रक चालकों, गोदाम प्रबंधक, लेबर यूनियन सहित अन्य लोगों द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया, कितु काफी समय बीत जाने के बावजूद आज तक कोई पहल नहीं की गई।

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