नदी का जलस्तर बढ़ने से कटाव की जद में आया विद्यालय

किशनगंज। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत स्थित हवाकोल गांव और उत्क्रमित मध्य विद्यालय रेतुआ नदी कटाव के जद में आ गया है। नदी से सिर्फ दस फीट की दूरी पर विद्यालय अवस्थित है कभी भी रेतुआ नदी की गर्भ में विद्यालय समा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:21 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:21 PM (IST)
नदी का जलस्तर बढ़ने से कटाव
की जद में आया विद्यालय
नदी का जलस्तर बढ़ने से कटाव की जद में आया विद्यालय

किशनगंज। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत स्थित हवाकोल गांव और उत्क्रमित मध्य विद्यालय रेतुआ नदी कटाव के जद में आ गया है। नदी से सिर्फ दस फीट की दूरी पर विद्यालय अवस्थित है, कभी भी रेतुआ नदी की गर्भ में विद्यालय समा सकता है। नदी के कटाव में स्कूल के ध्वस्त होने की बात को लेकर गांव के लोग चितित हो गए हैं। लोग जल निस्तारण विभाग से कटाव रोधी कार्य करने की मांग कर रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीण कृष्ण प्रसाद मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद गिरी, नीर लाल मंडल, पंकज ऋषिदेव, मनोज कुमार मंडल, सुधीर गिरी, महेंद्र प्रसाद मंडल सहित दर्जनों लोगों ने जिला प्रशासन एवं आपदा विभाग से नदी के कटाव से गांव और विद्यालय को बचाने की मांग पिछले वर्ष से ही कर रहे हैं। आज तक आपदा प्रबंधन व जल निस्सरण विभाग के कानों तक जू तक नहीं रेंग रहा है और ना ही कटावरोधी कार्य शुरू किया गया। आज भी ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है। यदि समय रहते कटावरोधी कार्य शुरू नहीं किया गया तो स्कूल सहित लगभग सैकड़ों परिवार नदी के गर्भ में कभी भी समा सकता है। बताते चलें कि जदयू पंचायत अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद मंडल ने अंचलाधिकारी को पूर्व में ही आवेदन देकर इस समस्या के बारे में अवगत करा चुके हैं, अब तो बरसात का आगमन भी हो चुका है लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हो सका। यह विभाग की उदासीनता को उजागर करता है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जल्द इस गांव को बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की मांग की है।

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