बरसात के बाद भी सड़क की नहीं हो रही है मरम्मत

किशनगंज। दिघलबैंक प्रखंड के हरूवाडांगा बाजार से हारीभिट्ठा जाने वाली सड़क पर मस्जिद टोला के पास निर्माणाधीन कलवर्ट बरसात में टूट गई थी जो अब तक बहाल नहीं हो पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 05:26 PM (IST)
बरसात के बाद भी सड़क  की नहीं हो रही है मरम्मत
बरसात के बाद भी सड़क की नहीं हो रही है मरम्मत

किशनगंज। दिघलबैंक प्रखंड के हरूवाडांगा बाजार से हारीभिट्ठा जाने वाली सड़क पर मस्जिद टोला के पास निर्माणाधीन कलवर्ट बरसात में टूट गई थी जो अब तक बहाल नहीं हो पाया है। इससे राहगीरों समेत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों को दिक्कत हो रही है।

जानकारी के अनुसार, सिघीमारी सहित नेपाल की सीमा का अंतिम छोड़ पलसा घाट तक जाने वाली सड़क में एक कलवर्ट जो हरूवाडांगा मस्जिद टोला के पास पिछले बरसात में टूट गया था। इस टूटे हुए कलवर्ट को अब तक नहीं बनाया गया है जिससे लोगों का आवागमन बिल्कुल बाधित हो चुकी है। करीब हजारों की संख्या वाली गांव के लोगों को जाने के लिए पक्की सड़क तो बनी है, लेकिन सब बेकार है। इसका मुख्य कारण यह कलवर्ट के टूटने के कारण हजारों जनसंख्या वाले इस गांव में पक्की सड़क है पर किसी काम की नहीं है। क्योंकि लोग पहले नदी पार करेंगे तभी तो पक्की सड़क पर चलेंगे। स्थानीय निवासी मुजाहिद आलम, अफजल, वजीर, मु. जलाल ने बताया कि जब यहां काफी नदी का पानी था तो भी गांव के लोग नदी के दोनों किनारे खंभे में मोटी रस्सी बांधकर फिर खाली ड्राम ओर उसके ऊपर बांस की छपरी से बने देसी जुगाड़ के नाव से नदी पार कर रोजी रोटी के लिए गांव से निकल जाते थे। अब सुखाड़ में निर्माणाधीन पुल बन जाए ताकि लोगों का आवागमन सरल हो सके। गांव के मु. मुजाहिद शंकर, अरुण ने बताया कि कई कलवर्ट निर्माण के लिए कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से अपील की गई। परंतु अब तक कोई नहीं सुना। गांव तक पहुंचने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से गांव में आने जाने के लिए लोगों को दो किलोमीटर के बजाय 10 किलोमीटर की दूरी तय करके गुजरना पड़ता है।

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