चचरी पुल के सहारे कट रही जिदगी

किशनगंज। ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत भोगडावर पंचायत का हाथीडुबा गांव आज भी अपनी बदह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Sep 2020 07:17 PM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2020 07:17 PM (IST)
चचरी पुल के सहारे कट रही जिदगी
चचरी पुल के सहारे कट रही जिदगी

किशनगंज। ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत भोगडावर पंचायत का हाथीडुबा गांव आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है। एक ओर बड़े-बड़े पुल-पुलिया बनाए जा रहे हैं मगर दूसरी ओर हाथीडुबा गांव के समीप मैगल नदी को पार करने के लिए ग्रामीणों के लिए बांस का जर्जर चचरी पुल ही सहारा बना हुआ है। ग्रामीण बताते हैं कि यह हाल दशकों है। बारिश में गांव के लोग काफी परेशान हो जाते हैं।

यह सड़क एनएच 327 ई स्थित नूरी चौक से हाथीडुबा होते हुए खैरबाड़ी, बावनडांगी, आमटोला, झाड़बाड़ी होते हुए रुईधासा आरईओ तक जाती है। इस मार्ग होकर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आवागमन करते हैं। हाथीडुबा गांव में ढ़ाई से अधिक परिवार यानी लगभग एक हजार की आबादी निवास करते हैं। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर एनएच 327 ई तक पहुंच पाते हैं, ताकि वे अपनी जरूरत का सामान लेने हाट-बाजार और सरकारी कार्य के लिए प्रखंड व जिला मुख्यालय तक पहुंच सके। स्थानीय मो. तौकीर आलम, एकरामुल हक, बलदेव पासवान, उमेश पासवान, मो. जमालुद्दीन, सोयेब आलम, मो. कमरूज्जमा आदि ने बताया कि आजादी के सात दशक बाद भी एक पुल नसीब नहीं हो पाया। हालांकि सड़क का पक्कीकरण कार्य तीन वर्ष पूर्व हो चुका है लेकिन पुल नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को पक्की सड़क का फायदा नहीं मिल पा रहा है। जिला परिषद सदस्य, मुखिया, एमएलए, एमपी सब लोग आते हैं लेकिन बस वायदे व कोरा आश्वासन देकर वापस चले जाते हैं। इस पुल के नाम पर वोट भी लेते रहे, चुनाव बाद किसको याद रहता है। जिनको जिताया वे फिर नहीं दिखे। -------------------- कोट - नूरी चौक से हाथीडुबा जानेवाली सड़क पर मैगल नदी के धार में राज्य योजना मद से पुल निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। 3.67 करोड़ की लागत से 54.12 मीटर लंबे पुल का निर्माण कराया जाएगा। बहुत जल्द पुल का निर्माण शुरू होगा। - नौशाद आलम, विधायक ठाकुरगंज।

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