सड़क जाम का नहीं निकल रहा समाधान, अधिकारियों की कोशिश हो रहे नाकाम

किशनगंज। डीएम आदित्य प्रकाश के सार्थक पहल के बाद भी शहर में जाम का समाधान नहीं निकल पा रहा है। जाम के कारण एनएच 27 किनारे बने सर्विस रोड़ सहित बाजार में आवागम करने में लोग त्रस्त हैं। बुधवार को भी सर्विस रोड में लोगों को भीषण जाम में फंसना पड़ा और लोगों की परेशानी बढ़ी रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 07:32 PM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 07:32 PM (IST)
सड़क जाम का नहीं निकल रहा समाधान, 
अधिकारियों की कोशिश हो रहे नाकाम
सड़क जाम का नहीं निकल रहा समाधान, अधिकारियों की कोशिश हो रहे नाकाम

किशनगंज। डीएम आदित्य प्रकाश के सार्थक पहल के बाद भी शहर में जाम का समाधान नहीं निकल पा रहा है। जाम के कारण एनएच 27 किनारे बने सर्विस रोड़ सहित बाजार में आवागम करने में लोग त्रस्त हैं। बुधवार को भी सर्विस रोड में लोगों को भीषण जाम में फंसना पड़ा और लोगों की परेशानी बढ़ी रही। बताते चलें कि मुहर्रम पर्व के मौके पर भी शहर की विभिन्न सड़कों पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ा था। उन दिनों ही एसडीओ शाहनवाज अहमद नियाजी ने जिलाधिकारी के निर्देश पर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक सर्विस रोड़ पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाया था। निर्देश के बाद से कुछ दिन लोगों को जाम की समस्या से निजात तो मिली। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण फिर लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

बुधवार को एक बार फिर से शहरवासियों को सर्विस रोड़ बड़े वाहनों के प्रवेश के बाद भीषण जाम की समस्या से जुझना पड़ा। ट्रैक्टर व ट्रक के प्रवेश करने के साथ ही जिलाधिकारी के आवास के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी। जिलाधिकारी के संज्ञान लेने के बाद दोबारा से जाम लगने से लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली। लोग जाम देख आपस में प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते नजर आए। यातायात पुलिस में कर्मियों की घोर कमी के कारण शहरवासियों को अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। ट्रैफिक इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह के द्वारा शहर को जाम मुक्त करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। लेकिन मात्र तीन पदाधिकारी और 33 होमगार्ड व डीएपी जवानों के सहारे शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने का दावा फिलहाल खोखला ही साबित हो रहा है। वहीं यातायात थाना की कमी भी इसका मुख्य कारण है। शहर के जाम की स्थिति का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि गत बुधवार और गुरुवार को डीएम को खुद जाम छुड़ाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा था। जिसके बाद जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष को जमकर फटकार लगायी थी। साथ ही रेलवे स्टेशन के तरफ जर्जर सर्विस रोड़ की मरम्मती के लिए कई अधिकारियों के साथ सड़क का निरीक्षण किया था। इस दौरान अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर सड़कों को खाली करवाया था। एनएचएआइ से संपर्क कर सर्विस रोड़ की जल्द से जल्द मरम्मती करवाए जाने की बात कहीं थी। लेकिन अब तक सड़क की मरम्मती को लेकर काम शुरू नहीं किया जा सका है। बारिश होते ही प्रतिबंध सर्विस रोड़ पर बड़े वाहनों का परिचालन शुरू हो जाता है। इसके बाद जाम की समस्या से शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

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