अब रेलवे भूखों व जरूरतमंदों का भी पेट भरेगी रेलवे
किशनगंज। अब रेलवे भूखे और जरूरतमंदों का पेट भी भरेगी। भूख से बेहाल लोगों के लिए रेलवे
किशनगंज। अब रेलवे भूखे और जरूरतमंदों का पेट भी भरेगी। भूख से बेहाल लोगों के लिए रेलवे अन्नदाता का काम करेगी। मुख्यालय के निर्देश पर नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे ने सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों जनता फ्रिज लगाने की कवायद शुरू कर दी है। इस फ्रिज में ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री अपने पास बचे भोजन, फलों व अन्य खाद्य सामग्री को फेंकने की बजाय इसमें रख सकेंगे। इससे खाने की बर्बादी नहीं होगी और जरूरतमंद को खाना मिल जाएगा। इस फ्रिज में रखे खाद्य सामग्री को कोई भी जरूरतमंद अपनी जरूरत के हिसाब से निकाल कर अपना पेट भर सकेंगे।
दरअसल रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को अपने अधीन आने वाले प्रमुख स्टेशनों पर जनता फ्रिज लगाने का निर्देश दिया है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे देशभर में प्रतिदिन 2.5 करोड़ से अधिक लोग ट्रेनों में सफर करते हैं। इनमें से दूरदराज की यात्रा पर निकले बड़ी संख्या में लोग खाने पीने का सामान साथ लेकर चलते हैं। जबकि सफर खत्म होने पर बचे हुए खानों को फेंक दिया जाता है। जिससे प्रति दिन 50 टन से अधिक खाना कूड़ेदान की भेंट चढ़ जाता है। खाने की बर्बादी को रोकने और गरीबों को खाना उपलब्ध कराने के लिए रेलवे जनता फ्रिज योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू का निर्णय लिया है। अनुमान के मुताबिक स्टेशनों पर छह फीट ऊंचा फ्रिज लगाया जाएगा। जिसमें पांच रैक बने होंगे। ऊपर के दो रैक में तैयार खाना रखा जाएगा। जबकि उसके नीचे के दो रैक में फल व सब्जी रखने की व्यवस्था रहेगी। सबसे नीचेवाले रैक में पावरोटी, बिस्कुट, नमकीन आदि रखने की व्यवस्था होगी। इस फ्रिज में वेंडर भी बचे हुए खाने को फेंकने के बजाय रख सकेंगे।
वहीं इस संबंध में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंद्रा ने बताया कि जनता फ्रिज में रखे खाने को जरूरतमंदों तक पहुंचने के लिए स्वयंसेवी संगठनो से मदद ली जाएगी। उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत साउथ वेस्टर्न रेलवे ने इसकी शुरुआत की है। जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आने के बाद रेलवे ने इसे पूरे भारतवर्ष में लागू करने का निर्णय लिया है†ा इससे ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री अपने पास बच गए भोजन, फल व अन्य खाद्य सामग्री को फेंकने के बजाय इस फ्रिज में रख देंगे। इससे खाने की बर्बादी भी नहीं होगी और जरूरतमंद को खाना मिलने के साथ स्टेशन परिसर को साफ-सुथरा रखने में भी मदद मिलेगी।