स्वास्थ्य केंद्रों में मनाया गया परिवार नियोजन दिवस

किशनगंज । स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ परि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:25 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:25 PM (IST)
स्वास्थ्य केंद्रों में मनाया गया परिवार नियोजन दिवस
स्वास्थ्य केंद्रों में मनाया गया परिवार नियोजन दिवस

किशनगंज । स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ परिवार नियोजन के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। जनसंख्या स्थिरीकरण के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सरकार द्वारा मिशन परिवार विकास अभियान चलाया गया है। सिविल सर्जन श्रीनंदन ने परिवार नियोजन दिवस कार्यक्रम के दौरान कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार 25 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा।

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि परिवार नियोजन के स्थायी उपायों के बारे में लोगों को जानकारी देना जरूरी है। इसके अंतर्गत बंध्याकरण या नसबंदी की गुणवत्ता पूर्ण सेवा लेने से पहले परामर्श, चिकित्सीय जांच, पैथोलाजी जांच सहित मेडिकल टीम गठित करते हुए निशुल्क सेवा का लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाए। सदर अस्पताल सहित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन दिवस मनाया गया। सिविल सर्जन ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए पुरुष नसबंदी भी एक स्थायी समाधान है। इस नसबंदी को 10 मिनट में दक्ष चिकित्सक द्वारा बिना चीड-फाड़ के किया जाता है। इसके उपरांत एक घंटा बाद लाभार्थी की घर जाने की अनुमति मिल जाती है। यह विधि कभी भी अपनायी जा सकती है साथ ही इससे पुरुष को किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है। समाज में परिवार नियोजन की तस्वीर बदलने में महिलाएं आगे हैं। जिला में विवाहित महिलाओं में परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों का इस्तेमाल पूर्व की तुलना में बढ़ा है। परिवार नियेाजन के लिए कापर टी एक अस्थायी विधि है। जिससे बच्चों के जन्म में अंतर रखा जा सकता है। कापर टी विधि 10 वर्षों एवं 5 वर्षों के लिए अपनायी जा सकती है। कापर-टी निकलवाने के बाद प्रजनन क्षमता तुरंत वापस आ जाती है। कापर टी के अलावा गर्भनिरोधक गोली का चुनाव भी महिलाएं कर सकती हैं। इसके अलावा अंतरा एवं छाया दोनों परिवार नियोजन की नवीन अस्थायी विधियां है अंतरा एक सुई है जो तीन माह तक प्रभावी रहती है लंबे समय तक सुरक्षा के लिए हर तीन महीने में सुई लगवानी होती है जबकि छाया एक गोली है इस गोली को सप्ताह में एक बार तीन महीने तक लेना जरूरी है। इसके बाद सप्ताह में केवल एक बार जब तक बच्चा न चाहें। उस समय तक लेना होता है।

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