हिदी दिवस : स्वाभिमान और गर्व की भाषा हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की है पहचान

फोटो-13 केएसएन-15 16 17 18 संसू ठाकुरगंज (किशनगंज) विश्व की प्राचीन समृद्ध और सरल भ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 12:17 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 12:17 AM (IST)
हिदी दिवस : स्वाभिमान और गर्व की भाषा हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की है पहचान
हिदी दिवस : स्वाभिमान और गर्व की भाषा हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की है पहचान

फोटो-13, केएसएन-15, 16, 17, 18

संसू, ठाकुरगंज (किशनगंज) : विश्व की प्राचीन, समृद्ध और सरल भाषा होने के साथ-साथ हिदी हमारी राष्ट्रभाषा है। वह दुनिया भर में हमें सम्मान भी दिलाती है। संवैधानिक रूप से देश की प्रथम राजभाषा तथा देश की सबसे अधिक बोली और समझी जानेवाली भाषा है। भारत और अन्य देशों में 70 करोड़ से अधिक लोग हिदी बोलते, पढ़ते और लिखते है। हिदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर सन 1953 से संपूर्ण भारत में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

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एमएच आजाद नेशनल डिग्री कालेज, ठाकुरगंज के हिदी विभागाध्यक्ष प्रो. जयशंकर प्रसाद सिंह बताते हैं कि हिदी जन जन की भाषा है। यह राष्ट्र की भाषा है। हम हिदी भाषा के माध्यम से ही प्रत्येक भारतीय को मुख्यधारा से जोड़ सकेंगे। हिदी हमारी राजभाषा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान भी है।

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बालीवुड में कई हिदी फिल्मों में अपने अभिनय कौशल का जौहर दिखाने वाले ठाकुरगंज निवासी प्रदीप चौधरी बताते हैं कि हिदी भाषा व बोली हमारे आचार, विचार व व्यवहार की भाषा है जिस कारण बालीवुड में बनने वाली हिदी फिल्में भारत के हर इलाके में देखी जाती हैं। इसे हमें हमेशा याद रखनी चाहिए।

---------------- फोटो-13,केएसएन-17 मध्य विद्यालय गलगलिया के प्रधानाध्यापक अर्जुन पासवान कहते हैं कि हिदी हिदुस्तान की भाषा है। राष्ट्र भाषा किसी भी देश की पहचान और गौरव होती है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिदी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है। यही इस भाषा की पहचान भी है कि इसे बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती।

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उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय गलगलिया की शिक्षिका सह हिदी विषय की स्नाकोत्तर की डिग्री प्राप्त रचना चौधरी बताती हैं कि संसार के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हिदी की की पूछ बढ़ी है। अब हिदी भाषा ने सोशल मीडिया पर हिदी में लिखने के लिए विकल्प के तौर पर अपनी जगह बनाई हुई हैं। यही वजह रही कि कई विदेशी मालिकाना वाले सोशल मीडिया को हिदी भाषी यूजर्स के लिए इस विकल्प को लाना पड़ा।

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