शहर में दो जगहों पर सार्वजनिक शौचालय का शुभारंभ
किशनगंज। शहर के व्यवसायिक क्षेत्र में दो जगहों पर बुधवार को सार्वजनिक शौचालय का शुभारंभ
किशनगंज। शहर के व्यवसायिक क्षेत्र में दो जगहों पर बुधवार को सार्वजनिक शौचालय का शुभारंभ किया गया। नगर परिषद के सौजन्य से जनता सोशल सर्विस आर्गेनाइजेशन द्वारा दो भीड़भाड़ वाले इलाके में शौचालय का निर्माण कराया है। निर्धारित शुल्क अदा कर लोग शौचालय का उपयोग कर सकेंगे। एक शौचालय बस स्टैंड के पास पुराने शौचालय को तोड़कर बनाया गया वहीं दूसरा शौचालय सदर अस्पताल के पास बनाया गया है। शौचालय का उद्घाटन नगर परिषद हीरा पासवान ने फीता काटकर किया। इस मौके पर मौजूद पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष त्रिलोकचंद जैन ने संचालक को सुचारू रूप से शौचालय के संचालन एवं साफ-सफाई का निर्देश दिया। लोगों की जानकारी के लिए शौचालय के दोनों तरफ सुलभ शौचालय का बोर्ड लगाने का सुझाव दिया ताकि बाजार पहुंचने वाले लोगों को शौचालय के बारे में जानकारी रहे।
इस मौके पर मौजूद नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि आर्गेनाईजेशन के द्वारा दो शौचालय का निर्माण करवाया गया है। बस स्टैंड परिसर में पुराने व जर्जर शौचालय को तोड़कर यात्रियों व राहगीरों की सुविधा का ध्यान रखते हुए नए आधुनिक शौचालय का निर्माण करवाया गया है। साथ ही बाजार में सदर अस्पताल के समीप खाली पड़े जमीन पर नगर परिषद के सौजन्य से आर्गेनाईजेशन द्वारा शौचालय का निर्माण करवाया गया है। आर्गेनाईजेशन ने नप की जगह पर अपने पैसे लगाकर शौचालय का निर्माण करवाया है। इसके लिए नप और आर्गेनाईजेशन के बीच 25 वर्षो का अनुबंध हुआ है। बाजार बड़ा होने के साथ ही अन्य जगहों पर भी और शौचालय का निर्माण किए जाने की आवश्यकता है जिसके लिए नप द्वारा चुड्डीपट्टी में एक जगह का चिन्हित किया गया है। अन्य जगहों की खोज की जा रही है जहां शौचालय का निर्माण करवाया जा सके। इस मौके पर वार्ड पार्षद मनीष जालान सहित अन्य लोग मौजूद रहे। लोगों को होती थी परेशानी::
बाजार में सार्वजनिक जगह पर शौचालय नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। शौच लगने पर लोग इधर-उधर गली ढूंढ़ने लगते थे। खासकर महिलाओं को काफी दिक्कत उठाना पड़ता था। जहां-तहां लोग जगह ढूंढ़कर शौच करते थे। अब दो जगहों पर सार्वजनिक शौचालय की शुरूआत हो जाने से लोगों को राहत मिलेगी। बस स्टैंड और सदर अस्पताल ऐसा जगह है जहां प्रतिदिन सैकड़ों जरूरतमंद लोगों की आवाजाही होती है और शौचालय नहीं होने के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।