फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के खेल का पर्दाफाश

किशनगंज। प्रशासन ने जिला परिषद कार्यालय परिसर स्थित एक दुकान में चल रहे फर्जी सर्टिफिकेट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:27 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:25 PM (IST)
फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के खेल का पर्दाफाश
फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के खेल का पर्दाफाश

किशनगंज। प्रशासन ने जिला परिषद कार्यालय परिसर स्थित एक दुकान में चल रहे फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का शुक्रवार को पर्दाफाश किया है। डीएम डा. आदित्य प्रकाश के निर्देश पर एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार व सांख्यिकी पदाधिकारी ने टाउन थाना पुलिस की मदद से जिला परिषद कार्यालय के निकट स्थित मुकेश कंप्यूटर नामक दुकान में छापेमारी की। दुकान से संदेहास्पद कागजात एवं मुहर बरामद किया गया। छापेमारी के दौरान दुकान में काम कर रहे चार युवकों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए कंप्यूटर दुकान कर्मियों में मुकेश कुमार साह, राकेश कुमार पिता विजय प्रसाद साह रोलबाग निवासी के साथ-साथ रूईधासा खानकाह निवासी जुनैद आलम पिता खुर्शीद अनवर और धरमगंज निवासी आदित्य कुमार पिता सपन दास शामिल है। चारों को पुलिस हिरासत में लेकर थाना लेकर पहुंची और पूछताछ शुरू की। तलाशी के दौरान कंप्यूटर दुकान से पुलिस ने कुछ संदेहास्पद प्रमाण पत्र, दस्तावेज व अन्य कागजात जब्त किया है। कंप्यूटर की दुकान से जो प्रमाण पत्र बरामद किए गए हैं उसमें योजना एवं विकास विभाग उप जिला अस्पताल खड़गपुर का पता अंकित है। पकड़े गए कम्प्यूटर कर्मियों के द्वारा फर्जी तरीके से जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बनाने की बात भी सामने आ रही है। प्रमाण पत्र में जो मुहर अंकित है उसके भी नकली होने की आशंका जताई जा रही है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि जिला परिषद कार्यालय के निकट स्थित मुकेश कंप्यूटर सेंटर में फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र बनाया जाता है। सूचना मिलने के बाद एसडीएम के नेतृत्व में उक्त दुकान में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान दुकान की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान दुकान से कुछ प्रमाण पत्र बरामद किया गया है जो पहली नजर में फर्जी प्रतीत हो रहा है। प्रमाण पत्र में उप जिला अस्पताल खड़गपुर का पता अंकित था। दुकान से इसी तरह से उम्र प्रमाण पत्र बनाया जा रहा था। जबकि नियमानुसार जहां जन्म व मृत्यु होगी उसी स्थान पर संबंधित कार्यालय में उम्र या मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया जाना है। तलाशी के दौरान जो प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं वो भी फर्जी लग रहे हैं। जिस संस्थान से प्रमाण पत्र निर्गत हुआ है। उसे भी जांच के लिए पत्र लिखा जा रहा है। कार्रवाई के बाद प्रशासन ने दुकान को सील कर दिया है। हिरासत में लिए गये आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि फर्जीवाड़े के इस काले खेल में कौन-कौन से लोग शामिल हैं।

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