बकरीद पर सुरक्षा व्यवस्था में लगा दिए गए मृत और सेवानिवृत्त शिक्षक

किशनगंज। बकरीद पर के दौरान धार्मिक स्थलों के सुरक्षा की डयूटी में शिक्षकों को लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 08:23 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 08:23 PM (IST)
बकरीद पर सुरक्षा व्यवस्था में लगा दिए गए मृत और सेवानिवृत्त शिक्षक
बकरीद पर सुरक्षा व्यवस्था में लगा दिए गए मृत और सेवानिवृत्त शिक्षक

किशनगंज। बकरीद पर के दौरान धार्मिक स्थलों के सुरक्षा की डयूटी में शिक्षकों को लगाया गया। जिससे कि किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी समय से पूर्व जिला प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों तक पहुंचाया जा सके। लेकिन बुधवार को स्थिति उस समय विकट रूप धारण कर लिया जब 11 स्थानों पर शिक्षक निर्धारित मंदिर परिसर में डयूटी पर नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग द्वारा डयूटी से गैर हाजिर होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दे दिया गया।

बताते चले कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय से कुल 214 शिक्षकों को ईद-उल-अजहा बकरीद के दिन विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धार्मिक स्थलों पर डयूटी के लिए प्रतिनियुक्त आदेश जारी किए गए थे। बीडीओ कार्यालय से 20 जुलाई को पत्रांक संख्या 949 के तहत 214 शिक्षकों की सूची जारी किए गए थे। इस सूची के अनुसार 214 में से 11 ऐसे शिक्षकों के नाम शामिल थे, जो अब सेवा के लिए उपलब्ध नहीं हैं। इनमें से छह शिक्षक सेवा निवृत हो चुके हैं। इनमें शिव शंकर राम, हरि प्रसाद यादव, सुनील कुमार चौधरी, रथीन्द्र नाथ, तारकेश्वर प्रसाद सिंह और ओम प्रकाश हांसदा शामिल हैं। जबकि पांच शिक्षकों की मृत्यु भी हो चुकी है। इनमें सियानंद पासवान, बलदेव मालाकार, दीपक बोसाक और शिक्षिका अनामिका शामिल हैं। मामले को तुल पकड़ता शिक्षा विभाग और बीडीओ एक दूसरे पर दोषारोपण करने में लग गए हैं। शिक्षा विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि शिक्षा विभाग से कोई सूची नहीं भेजी गई थी। बीडीओ स्तर से ही वहां मौजूद शिक्षकों की सूची के आधार पर ड्यूटी लगा दी गई। सवाल उठने लगा है कि पदाधिकारी आंख मूंदकर सूची के आधार पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर अपना काम समाप्त कर लिए। ऐसे में अगर प्रतिनियुक्त किए गए शिक्षक नहीं पहुंचे और उन जगहों पर कोई अप्रिय घटना घट गई तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।

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फोटो - 21 केएसएन 18,19

बकरीद पर्व के दौरान धार्मिक स्थलों पर 214 शिक्षकों को विधि-व्यवस्था के लिए लगाया गया था। लेकिन इनमें छह सेवानिवृत्त शिक्षक और पांच मृत शिक्षकों को भी डयूटी पर लगा दिया जाना अत्यंत ही चिता का विषय है। इस संबंध में बीडीओ स्पष्टीकरण पूछा गया है। जवाब आने के बाद जिसकी भी लापरवाही होगी उन कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।

शाहनवाज अहमद नियाजी, एसडीएम

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बकरीद पर्व के दौरान जिन शिक्षकों की डयूटी विधि-व्यवस्था के लिए धार्मिक स्थलों पर लगाए गए थे। इन शिक्षकों की सूची बीडीओ कार्यालय से निर्गत किए गए। अब तो बीडीओ ही बताएंगे कि शिक्षकों की सूची किस आधार पर निकाले थे। जिसमें 11 ऐसे शिक्षकों के नाम शामिल थे, जो अब सेवा में ही नही हैं।

सुभाष कुमार गुप्ता, डीईओ

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